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Carbon Dating: ‘शिवलिंग’ की कार्बन डेटिंग की मांग पर टला फैसला, मुकर्रर हुई अगली तारीख, अब इस दिन आएगा फैसला

gayanvapi mosque

नई दिल्ली। बनारस की पांच हिंदू महिला वादियों द्वारा दायर की गई याचिका पर बीते दिनों सुनवाई के उपरांत हुए ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान कथित रूप से शिवलिंग प्राप्त हुआ, लेकिन इस कथित शिवलिंग ने उस वक्त विवाद का रुख अख्तियार कर लिया, जब इसे हिंदू पक्ष की ओर से तो शिवलिंग लेकिन मुस्लिम पक्ष की ओर से फव्वारा बताया जाने लगा, जिसे कथित तौर पर वजू करने के लिए किया जाता था। बीते दिनों शिवलिंग बनाम फव्वारा को लेकर जारी बहस ने सियासी गलियारों का सियासी पारा अपने चरम पर पहुंचा दिया। बहरहाल, बीते दिनों उपरोक्त प्रकरण को लेकर वाराणसी कोर्ट में सुनवाई हुई, जिसके बाद कार्बन डेटिंग करने का फैसला किया गया। जिसका हिंदू पक्ष की ओर से चार महिला याचिकाकर्ताओं ने समर्थन किया था, जबकि एक ने विरोध किया था। बहरहाल, अब इस पूरे मसले पर निर्णायक फैसला कोर्ट को लेना था।

हालांकि, बीते दिनों हुई सुनवाई में कोर्ट ने ज्ञानवापी मसले को लेकर दायर की गई याचिका को सुनवाई योग्य करार दिया था, जिसके बाद मुस्लिम पक्ष को तगड़ा झटका लगा था, चूंकि मुस्लिम पक्ष ने प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट का हवाला देकर हिंदू पक्ष की ओर से दायर की गई याचिका को सुनवाई योग्य बताने से मना करने के बाद कोर्ट से याचिका खरिज करने की मांग की थी। अब आज कोर्ट की ओर से कार्बन डेटिंग को लेकर फैसला आना था।  लेकिन, कोर्ट ने फैसला टाल दिया। अब अगली सुनवाई आगामी 11 अक्टूबर को निर्धारित की गई है।

अब ऐसी स्थिति में उपरोक्त प्रकरण को लेकर कोर्ट की ओर से क्या कुछ फैसला आता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। आपको बता दें कि बीते दिनों हुई सुनवाई में लगे जोरदार झटके के बाद मुस्लिम पक्ष ने उच्च अदालत में जाने की बात कही थी।


जिसके जवाब में हिंदू पक्ष की ओर से भी कहा गया था कि अगर मुस्लिम पक्ष की ओर से भी उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाता है, तो हम भी इस मामले में पीछे नहीं रहेंगे। हम भी आगे का दरवाजा खटखटाएंगे। बहरहाल, मुस्लिम पक्ष हो या हिंदू पक्ष। सभी को आगामी 11 अक्टूबर का इंतजार है।

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