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Dream Fulfilled: राजनाथ सिंह का 20 साल पुराना सपना, आज मोदी और योगी करने जा रहे साकार

Modi, yogi and Rajnath

लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का 20 साल पुराना एक सपना आज सच होने जा रहा है। राजनाथ सिंह ने यूपी का सीएम रहते ये सपना देखा था। सपना सच होने में देरी की वजह ये रही कि केंद्र और यूपी में बीजेपी की सरकार फिर आई ही नहीं। जो सरकारें आईं, उन्होंने कभी इस सपने को साकार करने के लिए सोचा ही नहीं। जी हां। हम बात कर रहे हैं ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने जा रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की। इस एयरपोर्ट का सपना राजनाथ सिंह ने 2001 में देखा था। बाकायदा उनकी सरकार ने इस बारे में प्रस्ताव बनाकर केंद्र को भेजा था, लेकिन किस्मत से बड़ा कुछ नहीं। इस प्रस्ताव को भेजने के बाद राजनाथ सिंह की सत्ता चली गई थी। जिसकी वजह से जेवर में एयरपोर्ट का मसला भी ठंडे बस्ते में रह गया था। राजनाथ सिंह ने साल 2001 में यूपी का सीएम रहते तत्कालीन केंद्र की एनडीए सरकार को ग्रीन फील्ड ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव भेजा था। जेवर में ही ये एयरपोर्ट बनना था। केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी पीएम थे, लेकिन इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा सका। वाजपेयी सरकार ने तकनीकी मंजूरी भी दे दी, लेकिन 7 मार्च 2002 को राजनाथ सिंह की सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया।

मायावती जब यूपी की सीएम बनीं, तो उन्होंने इस एयरपोर्ट को बनवाने की बात तो कही, लेकिन कभी रुचि नहीं दिखाई और न ही केंद्र सरकार पर कोई दबाव डाला। 2007 से 2017 तक यूपी में पहले बीएसपी और फिर समाजवादी पार्टी की सरकारें रहीं, लेकिन इस एयरपोर्ट के बारे में सिर्फ सियासत चलती रही। सपा की सरकार इस एयरपोर्ट को आगरा के आसपास बनवाना चाहती थी। पेच पर पेच लड़ते रहे और यूपीए की मनमोहन सिंह सरकार भी इस दिशा में कोई कदम उठाने से बचती रही।

जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने की राह में एक रोड़ा ये भी अटका कि जब दिल्ली में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एक निजी समूह को सौंपा गया, तो केंद्र और उस ग्रुप में समझौता हुआ कि दिल्ली के 100 किलोमीटर के दायरे में कोई दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं होगा। जबकि, जेवर और दिल्ली के बीच 72 किलोमीटर की दूरी है। यूपी में योगी और केंद्र में मोदी की सरकार बनने के बाद सारी बाधाएं दूर हुईं। आज इस एयरपोर्ट का शिलान्यास पीएम नरेंद्र मोदी करने जा रहे हैं।

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