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केजरीवाल सरकार की RTI से खुली पोल: 2015 से 2021 तक नहीं बनवाया कोई कॉलेज, उलटा कर दीं 700 DTC बसें कम

नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से लेकर अब तक दिल्ली वालों को कई ऐसे सपने दिखाए जिसको लेकर उन्हें दोबारा केंद्र शासित प्रदेश की सत्ता मिलती गई। हालांकि उनके दावों और हकीकत के बीच जमीन-आसमान का अंतर है। दरअसल दिल्ली में विकास को लेकर केजरीवाल के दावों को लेकर एक RTI में पता चला है कि, केजरीवाल सरकार ने 2015 से लेकर 2019 तक ना तो कोई नया अस्पताल बनवाया है, न ही कोई नया फ्लाईओवर। इतना ही नहीं कई ऐसे और मामले हैं, जहां केजरीवाल के दावे बेदम साबित हुए है। सुजीत हिंदुस्तानी नाम के एक ट्विटर यूजर ने शुक्रवार को अपने कई ट्वीट में केजरीवाल सरकार के दावों की जमकर पोल खोली है। बता दें कि सुजीत ने केजरीवाल द्वारा किए गए विकास के दावों को लेकर RTI के जरिए जवाब मांगा था। उसी को लेकर उन्होंने केजरीवाल पर हल्ला बोला है।

केजरीवाल सरकार को लेकर सुजीत ने अपने RTI के बदले मिले जवाब को आधार बनाकर लिखा है कि, “2015 में अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली की सड़कों पर 5000 बसें उतारने का वादा किया। लेकिन मैंने जो आरटीआई दाखिल की, उसपर मिले जवाब के अनुसार- दिल्ली सरकार ने बसों को जोड़ने के बजाय, 4,461 बसों (2015 में) से घटाकर 3,760 बसों तक (2020 में) कर दिया। इस पूरी अवधि में 700 बसें कम हुई हैं।

वहीं एक और ट्वीट में सुजीत ने कहा कि, इससे पहले मेरे एक आरटीआई में जानकारी मिली कि, दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने इस बात को माना था कि 2015 से 2019 के दौरान निगम ने कोई नई बस नहीं खरीदी। सुजीत ने लिखा कि, “बसों को लेकर मार्च 2020 में, CM अरविंद केजरीवाल बताया था कि ‘इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने के लिए टेंडर पास कर दिया गया है और मार्च 2020 के अंत तक ये बसें सड़क पर आ जाएंगी।’ लेकिन आरटीआई के अनुसार केजरीवाल द्वारा बताए गए समय में कोई भी ऐसा टेंडर पास नहीं किया गया। सच ये है कि इसको लेकर इसको लेकर टेंडर जनवरी 2021 में प्रकाशित हुआ था।”

वहीं केजरीवाल सरकार के 2015 में किए गए दावों को लेकर एक और RTI को लेकर रिपोर्ट में कहा गया है कि, दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2019 के दौरान दिल्ली में कोई नया अस्पताल नहीं बनाया है।’ इतना ही नहीं RTI के मुताबिक केजरीवाल सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत कुल 1,000 मोहल्ला क्लीनिक बनाने का वादा किया था, लेकिन जनवरी 2019 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार शहर में केवल 189 ऐसे क्लीनिक खोले गए थे। इस दावे पर भी केजरीवाल सरकार खरी नहीं उतर सकी।

बता दें कि एक RTI दिल्ली के नसीरपुर निवासी और RTI कार्यकर्ता तेजपाल सिंह ने साल 2019 में दाखिल की थी। जिसके अनुसार दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (PWD) ने जानकारी दी है कि, 1 अप्रैल, 2015 और 31 मार्च, 2019 के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कोई भी नए फ्लाईओवर का निर्माण नहीं किया गया था।

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