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Congress Toolkit: ट्विटर पर तेज हुई दिल्ली पुलिस की कार्रवाई, Twitter के ऑफिस पर स्पेशल सेल का छापा

Delhi police Special Cell on Twitter India Office

नई दिल्ली। भाजपा द्वारा जारी किए गए कथित कांग्रेस के कोरोना टूलकिट को लेकर ट्विटर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। इस टूलकिट को Twitter ने Manipulated Media का टैग दिया था। जिससे भारत सरकार खासी नाराज थी। सरकार का कहना था कि इस मामले में ट्विटर को दखल नहीं देना चाहिए था क्योंकि इसकी जांच अभी की जा रही है। ट्विटर से इस टैग को हटाने को भी कहा गया लेकिन ट्विटर की तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया। हां, ट्विटर ने भाजपा के 5 और नेताओं के ट्वीट पर Manipulated Media होने का टैग लगा दिया। इसके बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से आज ट्विटर के खिलाफ नोटिस जारी की गई। वहीं दिल्ली पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई है कि दिल्ली पुलिस की टीम नियमित प्रक्रिया के तहत ट्विटर को नोटिस देने के लिए ट्विटर कार्यालय गई थी। यह आवश्यक था क्योंकि हम यह पता लगाना चाहते थे कि नोटिस देने के लिए सही व्यक्ति कौन है, क्योंकि ट्विटर इंडिया के एमडी के जवाब बहुत अस्पष्ट हैं।

वहीं आज शाम दिल्ली पुलिस की टीम ट्विटर इंडिया के दिल्ली और गुड़गांव ऑफिस पर पहुंची और वहां छापेमारी की। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने एक साथ गुड़गांव और लाडो सराय दिल्ली के दफ्तर पर पहुंचकर वहां के कर्मचारियों से कांग्रेस टूलकिट के मामले पर पूछताछ की। दिल्ली पुलिस की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई कि ट्विटर इंडिया के पास कुछ ऐसी जानकारी है जो दिल्ली पुलिस के पास नहीं है।


आपको बता दें कि इस मामले की जांच अभी जारी थी इसी बीच ट्विटर इंडिया की तरफ से ट्वीट को लेकर प्रतिक्रिया दे दी गई। वहीं इस पूरे टूलकिट मामले में कांग्रेस ने भाजपा नेता और पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। वहीं छत्तीसगढ़ में भी संबित पात्रा और वहां के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ मामला NSUI की तरफ से दर्ज कराया गया है।


वहीं ट्विटर के कार्यालय के पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की छापेमारी पर ट्विटर इंडिया के पहले काम कर चुके राहील खुर्शीद ने कहा कि यह अजीब और दुखद है। दिल्ली पुलिस को पता होना चाहिए कि यहां कोई फिजिकट डाटा ट्विटर इंडिया के द्वारा संग्रहित नहीं किया जाता है। ऐसे में ट्विटर इंडिया के कार्यालयों में छापेमारी का मकसद डराने-धमकाने के अलावा और कुछ नहीं है।

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