नई दिल्ली। दिल्ली के नांगल गांव में एक नाबालिग से रेप और हत्या के मामले में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को बच्ची के माता-पिता से मिलने गए थे। इस मुलाकात की फोटो उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर कर दी। फिलहाल अब राहुल गांधी को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने ट्विटर को नोटिस जारी किया है। राहुल गांधी ने पीड़िता के परिवार की फोटो को शेयर कर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन किया है। बता दें कि सर्वोच्च न्यायालय के मुताबिक रेप पीड़िता की पहचान को किसी भी तरह से सामने नहीं लाया जा जा सकता है। वहीं इस मामले में भाजपा की तरफ से भी राहुल गांधी पर निशाना साधा गया। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने पीड़िता की पहचान उजागर करने और अपने राजनीतिक मकसद को पूरा करने का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी पर सवाल खड़े किए। संबित पात्रा ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से मांग की कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई हो।
वहीं राहुल गांधी को इस मुद्दे पर घेरते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान और कांग्रेस शासित जिन राज्यों में रेप की घटनाएं लगातार हो रही हैं, वहां के लिए राहुल आखिर चुप्पी क्यों साध लेते हैं ? पात्रा ने कहा कि राहुल ने ट्वीट किया कि दलित की बेटी हिंदुस्तान की बेटी है और उसको न्याय मिलना चाहिए, लेकिन क्या राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ की दलित की बेटी देश की बेटी नहीं है।
उन्होंने राहुल को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान के बारे में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो यानी NCRB कह रहा है कि वहां सबसे ज्यादा रेप हुए। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राजस्थान में पिछले छह महीने में रेप के मामले 30 फीसदी बढ़े हैं। 2020 में राजस्थान में 13750 रेप केस हुए। यहां तक कि कोरोना के वक्त एक महिला अनाज मांगने गई, तो उसका भी रेप कर दिया गया।
His (Rahul Gandhi) tweet violates sec 23 of POCSO Act & sec 74 of Juvenile Justice Care & Protection of Children Act that prohibits revealing the minor’s identity. He revealed identity of child’s family & is using the issue for his political agenda: Sambit Patra, BJP Spokesperson pic.twitter.com/89wdIVi64r
— ANI (@ANI) August 4, 2021
संबित पात्रा ने कहा कि शर्मनाक ये है कि गहलोत सरकार ने विधानसभा में कहा कि दलित महिलाएं रेप के झूठे मामले दर्ज कराती हैं। इस पर भी राहुल ने कुछ नहीं कहा। इस साल 26 जनवरी को नागौर में दलित महिला से रेप हुआ, लेकिन राहुल ने न कोई ट्वीट किया और न उसके घर गए। इसी तरह अजमेर में दलित महिला से रेप हुआ। बीती 25 जुलाई को दलित शख्स और उसके बेटे के हाथ-पैर तोड़े गए और पेशाब पिलाया गया। लेकिन राहुल गांधी इनके घर भी नहीं गए।