नई दिल्ली। किताबों के मेले के लिए दुनिया भर में मशहूर दिल्ली का प्रगति मैदान अपने आप में किताब प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। अब दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से 41वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 2022 शुरू होने जा रहा है। यह मेला कई मायनों में खास होगा। 27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले का थीम इस बार ”वोकल फार लोकल, लोकल टू ग्लोबल” रखी गई है। मेले का क्षेत्रफल 1979 के बाद यानी 40 सालों का सबसे ज्यादा रहेगा।
आपको बता दें कि मेले के प्रवेश टिकट और पार्किंग शुल्क को लेकर कोई बदलाव नहीं किया गया है। सुरंग सड़क शुरू हो जाने से इस बार प्रगति मैदान के भीतर भी पार्किंग की जगह मिल सकेगी। खास बात यह भी कि देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है तो इसकी झलक अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में भी जरूर देखने को मिलेगी। गौरतलब है कि इस मेले में भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आइटीपीओ) ही नहीं, राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के मंत्रालयों द्वारा भी इसके मद्देनजर अपनी अपनी उपलब्धियों को शो- केस किया जाएगा। केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख मेले में पहली बार भाग ले रहा है।
इसके साथ ही इस मेला क्षेत्र में देश-विदेश के पवेलियन, स्टाल आदि के लिए करीब 73 हजार वर्ग मीटर का क्षेत्रफल रिजर्व रखा गया है। पिछले साल 65 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में मेला लगा था। उसमें नेट एरिया 27 हजार वर्ग मीटर था। इस बार नेट एरिया भी करीब 33 हजार वर्ग मीटर निर्धारित किया गया है।
मेले में सभी 29 राज्य और यूटी ले रहे भाग
जम्मू-कश्मीर सहित देश के सभी 29 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के आवेदन व औपचारिकताएं आइटीपीओ को मिल चुकी है। इनमें लद्दाख, हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र, पांडिचेरी, असम, तमिलनाडु, उड़ीसा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, कर्नाटक, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम शामिल हैं।