News Room Post

#BakraLivesMatter: ट्विटर पर ‘ग्रीन बकरीद’ की उठी मांग, बिना रंग के होली, बिना पटाखे की दिवाली फिर बिना खून के बकरीद क्यों नहीं

Bakarid pic

नई दिल्ली। होली-दीवाली, ऐसे तमाम त्योहारों पर अक्सर सोशल मीडिया पर मशहूर हस्तियों की अपील आपने तो देखी/सुनी होगी, जिसमें वो ग्रीन दीवाली मनाने की अपील करते हैं। वहीं होली पर पानी बचाने की बात भी खूब कही जाती है। इन अपीलों पर विरोध के सुर भी देखे जाते हैं। जिनमें कहा जाता है कि आखिर हिंदू त्योहारों पर ही ऐसी अपीलें क्यों होती है? ईद और बकरीद पर बेजुबान जानवरों की हत्या पर रोक क्यों नहीं लगती या फिर उन्हें ना मारने की बात कोई क्यों नहीं करता? गौरतलब है कि इस बार बकरीद पर सोशल मीडिया पर जानवरों के लिए चिंता व्यक्त करते हुए उन्हें बचाने की अपील की गई है। इसके चलते ट्विटर पर #BakraLivesMatter हैशटैग खूब ट्रेंड कर रहा है। इस टैग में लोग सांकेतिक रूप से बकरीद मनाने की बात कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि बकरे की भी जान होती है, ऐसे में इस बकरीद ग्रीन बकरीद मनाने की जरूरत है। गौरतलब है कि इस बार बकरीद 21 जुलाई को मनाई जाएगी।

इस #BakraLivesMatter हैशटैग के साथ कहा जा रहा है कि, प्रदूषण मुक्त दीवाल और बिना पानी के होली के बाद अब बारी खूनरहित बकरीद मनाने की जरूरत है। इस हैशटैग के साथ लोग तरह तरह के मीम्स भी शेयर कर रहे हैं। इसमें केरल में खुलेआम गोहत्या करने की भी बात उठाई गई है। कहा गया है कि उत्तराखंड में घोड़े का पैर टूटने पर बवाल मच जाता है लेकिन केरल में खुलेआम गाय काटी जाती है, उसपर लोगों की चुप्पी रहती है। वहीं इस #BakraLivesMatter हैशटैग के साथ बकरे को छोड़ दो का भी हैशटैग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर वायरल हो रहा है।

देखिए लोगों ने किस तरह से इस हैशटैग के साथ बकरीद को लेकर ट्वीट किया है…

Exit mobile version