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UP: ज्ञानवापी मस्जिद मामले में इस वजह से मुश्किल में घिरे अखिलेश और ओवैसी, कोर्ट में वकील ने दी केस की अर्जी

akhilesh yadav and asaduddin owaisi

वाराणसी। समाजवादी पार्टी यानी सपा के प्रमुख अखिलेश यादव और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी अपने बयानों की वजह से मुश्किल में फंस सकते हैं। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में वाराणसी के कोर्ट में वकील हरिशंकर पांडेय ने अर्जी देकर अखिलेश, ओवैसी और वाराणसी के मुफ्ती अब्दुल बातिन नोमानी पर केस दर्ज करने की मांग की है। इनके अलावा 204 अन्य के खिलाफ भी केस की मांग की गई है। वकील का आरोप है कि इन सभी लोगों ने कोर्ट कमीशन के सर्वे के दौरान विरोध, बाधा पहुंचाने और वजूखाने में गंदगी फैलाने के अलावा बयानों के जरिए हिंदुओं की भावनाओं पर वार किया।

स्पेशल सीजेएम के कोर्ट में आज इस अर्जी पर सुनवाई होनी है। वकील हरिशंकर पांडेय ने अपनी अर्जी में कहा है कि 6 मई को कोर्ट कमिश्नर सर्वे के लिए ज्ञानवापी मस्जिद में गए थे। वहां जुमे की नमाज के लिए बड़ी तादाद में मुस्लिम मौजूद थे। नमाज पढ़ने आए लोगों ने वजूखाने में हाथ-पैर धोए और गंदगी फैलाई। जबकि, वहां हमारे आराध्य भगवान शिव की जगह है। ऐसा करके हिंदू समाज का अपमान किया गया। इस वजह से इन सभी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के तहत केस चलना चाहिए।

इसी अर्जी में कहा गया है कि सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव, एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी वगैरा ने ज्ञानवापी मस्जिद के मामले में बयानबाजी कर हिंदुओं की भावनाओं पर हमला किया। वकील ने इस अर्जी में ज्ञानवापी मस्जिद की अंजुमन इंतेजामिया कमेटी के प्रमुख मौलाना अब्दुल बाकी और संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन को भी आरोपी बनाने की अपील कोर्ट से की है। बता दें कि वजूखाने में शिवलिंग की तरह का स्ट्रक्चर मिला है। मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बता रहा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज के यहां अलग से कार्यवाही चल रही है।

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