नई दिल्ली। झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड के बाद वहां असंवेदनशीलता का एक वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल दुर्घटना के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक वहां पहुंचने वाले थे। उनके पहुंचने से पहले अस्पताल के बाहर सड़क के किनारे चूना डाला जा रहा था। ऐसा अक्सर विशिष्ट व्यक्तियों के स्वागत में किया जाता है। जिसके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। डिप्टी सीएम ने झांसी डीएम को ये पता करने को बोला है कि आखिर इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद असंवेदनशीलता दिखाते हुए चूना डलवाने का आदेश किसने दिया। वहीं विपक्ष भी इस बात पर सरकार को घेर रहा है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>झांसी मेडिकल अग्निकांड: सड़कों पर डिप्टी सीएम के स्वागत के लिए चूना डालने वाले के खिलाफ होगी कार्रवाई, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का आदेश<br><br>👉उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का बयान- ''मेरे झांसी मेडिकल कॉलेज पहुंचने से पहले कोई व्यक्ति सड़क के किनारे चूना डाल रहा रहा था, यह करना बिलकुल… <a href=”https://t.co/wI494uM265″>pic.twitter.com/wI494uM265</a></p>— Zee News (@ZeeNews) <a href=”https://twitter.com/ZeeNews/status/1857718855252193398?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 16, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
आपको बता दें कि कल रात हुए इस भयंकर अग्निकांड में अस्पताल के आईसीयू में भर्ती 10 नवजात मासूम बच्चों की मौत हो गई है। वहीं इस अग्निकांड में 16 बच्चे झुलस गए जिनका इलाज जारी है। उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही में शामिल व्यक्ति पर कार्रवाई करने को कहा है। सरकार की तरफ जारी आदेश में आग लगने के प्राथमिक कारण का पता लगाने, इसमें अगर कोई दोषी है तो उसकी पहचान करने और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचाव के सुझाव के संबंध में जानकारी मांगी गई है।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>झांसी अग्निकांड मामला – <a href=”https://t.co/Zu2unD2hMJ”>pic.twitter.com/Zu2unD2hMJ</a></p>— Gaurav Singh Sengar (@sengarlive) <a href=”https://twitter.com/sengarlive/status/1857761686054154469?ref_src=twsrc%5Etfw”>November 16, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा उपरोक्त बिंदुओं पर जांच के लिए चार सदस्यीय एक कमेटी भी गठित की गई है। चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग के महानिदेशक की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में बतौर चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक, चिकित्या स्वास्थ्य सेवाओं के अपर निदेशक और महानिदेशक, अग्निशमन द्वारा नामित अधिकारी को शामिल किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कमेटी को निर्देश दिया है कि अग्निकांड से संबंधित बिंदुओं की जांच के बाद सात के अंदर गहन आख्या रिपोर्ट पेश की जाए।