नई दिल्ली। झारखंड के औद्योगिक शहर धनबाद में जज उत्तम आनंद की हत्या मामले में पुलिस के हाथ कामयाबी लगी है। पुलिस ने इस मामले में ऑटो चालक और उसके दो सहयोगी को गिरिडीह से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह 12 नंबर के रहने वाले हैं। वहीं पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए ऑटो को भी जब्त कर लिया है। बता दें, जब तक इस मामले में सीसीटीवी फुटेज सामने नहीं आया था तब तक लोग इसे दुर्घटना मान रहे थे लेकिन जब सीसीटीवी का वीडियो सामने आया तो ये साफ हो गया कि जज उत्तम आनंद को जान बूझकर ऑटो से टक्कर मारी गई हो।
Additional District & Sessions Judge, Dhanbad Uttam Anand gets run over during his morning walk under suspicious circumstances. The judge was dealing with a few high-profile murder cases from the area and had recently rejected bail petitions of a few criminals. TRIGGER WARNING pic.twitter.com/FFia9usXQc
— Nalini (@nalinisharma_) July 28, 2021
ऑटो चालक समेत 3 गिरफ्तार
इस मामले में घनबाद से सटी गिरिडीह पुलिस ने ऑटो चालक और उसके दो सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है दोनों जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह 12 नंबर के रहने वाले हैं। फिलहाल पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर धनबाद ले गई है।
6 महीने पहले आए थे धनबाद
छह माह पहले ही न्यायाधीश उत्तम आनंद ने धनबाद के न्यायाधीश के रूप पदभार संभाला था। इससे पहले वो बोकारो के जिला एवं सत्र न्यायाधीश थे। हर दिन की तरह जब बुधवार को वो मॉर्निंग वॉक करने 5 बजे सुबह अपने आवास से निकले। तो इसी दौरान रणधीर वर्मा चौक के आगे न्यू जज कॉलोनी मोड़ पर एक ऑटो उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद ऑटो डॉइवर मौके से भाग खड़ा हुआ। इसके बाद जब पवन पांडे नामक एक राहगीर ने जज को सड़क पर तड़पता देखा तो उन्होंने जज को इलाज के लिए SNMMCH भेजा, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
मामले के उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए
इस मामले पर अब झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने धनबाद डीसी एवं धनबाद पुलिस को ट्वीट कर उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर घटना की जांच करने और एक हफ्ते के जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
चर्चित मर्डर केस की सुनवाई कर रहे थे जज
घटना में मारे गए जज उत्तम आनंद चर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के करीबियों में से एक माने जाते थे। बीते दिनों ही उन्होंने शूटर अभिनव सिंह और अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। आशंका जताई जा रही है कि यही उनकी मौत का कारण बना।