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Tripura CM Face : बंगाल की तरह त्रिपुरा में होगी ‘दीदी’ की सरकार? राज्य को मिलने जा रही पहली महिला CM आखिर कौन है

नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्यों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है और त्रिपुरा विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की है। इस पूर्वोत्तर राज्य में 33 सीटें जीतकर IPFT-BJP गठबंधन की सत्ता में वापसी हुई है। इसके साथ ही नई सरकार के गठन की कवायदें भी तेज हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने राज्यपाल सत्यदेव नारायण को शुक्रवार को अपना इस्तीफा सौंपा। राज्य में अब नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि त्रिपुरा में पहली बार महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।

आपको बता दें कि राजनीतिक गलियारों में जो खबरें चल रही हैं उनके हिसाब से माना जा रहा है कि बीजेपी लीडरशिप महिला दिवस (8 मार्च) पर केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक को सीएम पद सौंप सकता है। प्रतिमा भौमिक के पास फिलहाल केंद्र में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्रालय है। वह लोकसभा में पश्चिम त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। भौमिक 90 के दशक से ही त्रिपुरा में भाजपा का चेहरा बनी हुई हैं। वह 1991 में भाजपा में शामिल हुई थीं। उन्होंने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में महिला कॉलेज से जैव विज्ञान में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। रिपोर्ट के मुताबिक, वह कॉलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रति आकर्षित रहीं और बाद में भाजपा में शामिल हो गईं। भौमिक को लोग उनकी सिंपल लाइफ स्टाइल के लिए बेहद पसंद करते हैं।

गौरतलब है कि भौमिक को जमीन से जुड़ी हुई नेता के तौर पर देखा जा रहा है। त्रिपुरा की पहली महिला भाजपा सांसद बीजेपी लीडर प्रतिमा भौमिक 53 साल की हैं। पार्टी में शामिल होने के एक साल बाद ही वह भाजपा त्रिपुरा राज्य समिति की मेंबर बन गईं। 1992 में उन्हें धनपुर मंडल के नेता के रूप में नियुक्त किया गया। वह त्रिपुरा की भाजपा महिला मोर्चा और संगठन की राज्य युवा शाखा की उपाध्यक्ष चुनी गईं। बीजेपी के उपाध्यक्ष के तौर पर 2 साल काम करने के बाद 2018 के चुनावों से पहले उन्हें त्रिपुरा बीजेपी महासचिव नियुक्त किया गया। इस इलेक्शन में बीजेपी को भारी जीत मिली। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भौमिक ने 3 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। वह त्रिपुरा की पहली महिला भाजपा सांसद हैं। साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में नियुक्त होने के बाद केंद्रीय मंत्री बनने वाली पहली स्थायी निवासी भी बनीं। जो उनके लिए एक सकारात्मक पहलू है।

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