नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) में दो दिनों बाद वोटिंग होनी है। लेकिन चुनाव से ठीक पहले प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन SFJ (सिख फॉर जस्टिस) के नाम से सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हुआ था। जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) के पंजाब में सीएम फेस भगवंत मान को समर्थन देने की बात कही जा रही थी। मगर कुछ ही घंटे बाद ही पंजाब में आप को SFJ का समर्थन देने वाला दावा गलत साबित हुआ। खुद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इसके फ़र्ज़ी होने का ऐलान किया। बता दें कि सिख फॉर जस्टिस संगठन का नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू पाकिस्तान के इशारे पर काम करता है। वो लगातार वीडियो जारी कर भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है और इतना ही नहीं भारत से अलग खालिस्तान की मांग करता आ रहा है। कई बार वो अपने वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी जहर उगल चुका है।
Fact Check : सिख फ़ॉर जस्टिस के नाम से वायरल किया जा रहा आम आदमी पार्टी को समर्थन देने वाला पत्र फ़र्ज़ी है…
खुद गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इसके फ़र्ज़ी होने का ऐलान किया है. @BhagwantMann @ArvindKejriwal @AamAadmiParty @raghav_chadha pic.twitter.com/100ptq2nVr
— Shivank Mishra (@shivank_8mishra) February 17, 2022
वहीं सिख फ़ॉर जस्टिस एक लेटर सामने आने के बाद पंजाब में आप की मुश्किलें बढ़ते दिख रही है। क्योंकि बीते दिनों कवि कुमार विश्वास ने जिस तरह से दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर कई बड़े आरोप लगाए। उन्होंने ये भी कहा था कि केजरीवाल ने एक दिन खालिस्तान के प्रधानमंत्री बनने का दावा किया था। उससे पंजाब में आप की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है। अब ऐसे भी कयास लगा जा रहे है कि क्या खालिस्तान को केजरीवाल का समर्थन मिला है?
इस बीच सोशल मीडिया पर ऐसे भी खबरें चल रही है कि फर्ज़ी लेटर के वायरल होने के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं की तरफ से सिख फ़ॉर जस्टिस को फोन कॉल किया। ये दावा खुद सिख फ़ॉर जस्टिस ने किया है।
BREAKING : सिख फ़ॉर जस्टिस ने जारी किया एक लेटर.. कहा फ़र्ज़ी लेटर के वायरल होने के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं की तरफ से आये उसके पास कॉल…
सिख फ़ॉर जस्टिस का दावा कॉल करने वाले ने कहा बड़े नेता हैं खालिस्तान-रेफरेंडम के पक्ष में… #PunjabElections #PunjabElections2022 pic.twitter.com/4RZXCELqjI
— Shivank Mishra (@shivank_8mishra) February 18, 2022
उन्होंने ये कहा कि आप के बड़े नेताओे की तरफ से उन्हें फोन कॉल आया था जिसमें बताया गया था कि पार्टी के कई शीर्ष नेता खालिस्तान के पक्ष में है। लेटर में ये भी दावा किया कि राघव चड्ढा का नाम लेते हुए किसी व्यक्ति ने SFJ को कॉल किया और इस बात की जानकारी दी।