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Coronavirus: कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर बोले डॉ रणदीप गुलेरिया, कोविड-19 आम संक्रमण, घर पर योगा करके ठीक हो सकते हैं मरीज

Doctor of india

नई दिल्ली। देशभर में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है। पूरे देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। ऑक्सीजन की कमी से देश जूझ रहा है। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,49,691 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,69,60,172 हो गई है। 2,767 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,92,311 हो गई है। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 26,82,751 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1,40,85,110 है। इस सब के बीच आज देश के जानेमाने डॉक्टर एक बार फिर मीडिया के सामने आए और उन्होंने इस पूरे मामले पर अपने विचार रखे।

इस मौके पर मेदांता अस्पताल के चेयमैन डॉ. नरेश त्रेहान ने कहा, हमारे स्टील प्लांट की ऑक्सीजन की बहुत क्षमता है, लेकिन उनको ट्रांसपोर्ट करने के लिए क्रायो टैंक की जरूरत होती है जिसकी तादाद इतनी नहीं थी, लेकिन सरकार ने आयात कर लिए हैं, उम्मीद है कि आने-वाले 5-7 दिन में स्थिति काबू में आ जाएगी। वहीं देश में रेमडेसिविर की बढ़ती मांग को लेकर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि जो मरीज घर हैं और जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 से ज्यादा है उन्हें रेमडेसिविर की कोई जरूरत नहीं है और अगर आम रेमडेसिविर लेते हैं तो उससे आपको नुकसान ज्यादा हो सकता है, फायदा कम होगा।


वहीं डॉ. नरेश त्रेहान ने कहा कि RT-PCR टेस्ट आते ही आप अपने लोकल डॉ. से संपर्क करें। 90 फीसदी से ज्यादा लोग घर में ही ठीक हो जाएंगे। अनुलोम-विलोम योगा से लंग्स को बेनिफिट मिलता है। अस्पताल तभी जाना है जब ऑक्सीजन बहुत ज्यादा गिर रही है। मास्किंग, हैंड सेनेटाइजिंग, सोशल डिस्टेंसिंग को विकसित करें। शादियों पार्टियों में न जाएं। गेदरिंग से दूर रहें, जो युवा बाहर से आ रहे हैं वह पहले मास्क को दूर करें और कपडे चेंज कर फिर अपने घरवालों से मुलाकात करें।

इसको लेकर एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि कोरोनावायरस की मौजूदा स्थिति में जनता में पैनिक है, लोगों ने घर में इंजेक्शन, सिलेंडर रखने शुरू कर दिए हैं जिससे इनकी कमी हो रही है। कोविड-19 आम संक्रमण है, 85-90 फीसदी लोगों में ये आम बुखार, जुकाम होता है। इसमें ऑक्सीजन, रेमडेसिविर की जरूरत नहीं पड़ती है। उन्होंने आगे कहा कि कोविड-19 ज्यादातर सामान्य बिमारी है। ज्यादातर आप घर से योगा करके ही ठीक हो सकते हैं। यह माइल्ड बिमारी है। केवल 10-15 फीसदी ही सेवर हो सकती है। अगर सांस के रिलेटिड दिक्कत हो रही है तो तुरंत आक्सीजन लगाने की जरूरत नहीं है। आप पेट के बल लेट सकते हैं। ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें, पेनिक न करें।

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