News Room Post

जम्मू कश्मीर में दो आतंकियों के साथ कार में पाए गए डीएसपी, गिरफ्तार

terrorist arrest

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में दो आतंकियों के साथ एक डीएसपी कार में बैठे में पाए गए, जिसके बाद उन्हें आतंकियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। सेना और पुलिस की तरफ की गई वाहन चेकिंग अभियान में डीएसपी आतंकियों की कार में बैठे मिले। पुलिस ने कार को रोककर दोनों आतंकियों को गिफ्तार कर लिया। आतंकियों के अलावा ड्राइवर को भी हिरासत में लिया गया है।

बता दें कि चेकिंग के दौरान DSP के घर से कुछ हथियार और गोला बारूद भी बरामद किया गए हैं। घटना दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले की है। हिरासत में लिए गए डीएसपी की तैनानी श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर थी। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो पाया है कि किस रणनीति के तहत डीएसपी आतंकियों के साथ कार में बैठे थे। अभी तक इस मामले पर पुलिस की ओर से कोई भी बयान जारी नहीं किया गया है।

File Photo

जिस आतंकी को गिरफ्तार किया गया है उसका नाम सैयद नबीद बाबू है जोकि दक्षिण कश्मीर में सबसे वांछित कमांडरों में से एक था और पुलिस के अनुसार वह ट्रक और स्थानीय लोगों पर हत्या और हमलों में शामिल था। वहीं आतंकियों के साथ पकड़े गए डीएसपी की पहचान देविंदर सिंह के तौर पर हुई है, जो एयरपोर्ट सिक्यॉरिटी में तैनात थे। दूसरे आतंकी का नाम आसिफ राथर है। पुलिस ने तीनों को कुलगाम जिले में काजीगुंड के मीर बाजार इलाके से गिरफ्तार किया। नवीद हिज्बुल का टॉप कमांडर है जबकि राथर तीन साल पहले इस आतंकवादी संगठन से जुड़ा था। दोनों शोपियां के रहने वाले हैं।

देविंदर सिंह को पिछले साल ही 15 अगस्त राष्ट्रपति पुलिस मेडल से नवाजा गया था। वह जम्मू-कश्मीर पुलिस के ऐंटी हाइजैकिंग स्क्वॉयड में शामिल थे। अभी उनकी तैनाती श्रीनगर इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर थी। इससे पहले 2001 में संसद पर हमले के बाद उनका नाम चर्चा में आया था। तब वह इंस्पेक्टर के रूप में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का हिस्सा थे। ऐंटी टेरर ऑपरेशन इसके बाद उन्हें प्रमोट करके डीएसपी बनाया गया था।

अधिकारियों ने बताया कि डीएसपी आतंकियों को घाटी से बाहर निकालने में मदद कर रहा था। बताया जा रहा है कि डीएसपी की मदद से आतंकी दिल्ली आने वाले थे। उधर डीएसपी के घर पर छापेमारी के दौरान 5 ग्रेनेड और 3 एके-47 बरामद हुई हैं। डीएसपी को आतंकियों के साथ गिरफ्तार करने की मुहिम का दक्षिणी कश्मीर के डीआईजी अतुल गोयल ने नेतृत्व किया और कुलगाम के पास आतंकियों की कार को रुकवाया था।

Exit mobile version