News Room Post

Amit Shah: अमित शाह के संबोधन में अचानक हो गई बत्ती गुल बाद में बिजली आने पर शाह ने सुनाया मज़ेदार क़िस्सा

amit shah

नई दिल्ली। हिंदुस्तान के किसी सूबे में चुनावी बिगुल बज चुका हो और बीजेपी की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपनी पार्टी की नुमाइंदगी करते हुए न दिखे, ऐसा भला हो सकता है क्या? जवाब है, बिल्कुल भी नहीं, सियासत के चाणक्य माने जाने वाले शाह के बिना बीजेपी चुनावी मैदान में कसरत करने के बारे में सोच भी नहीं सकती है, तो फिर क्या था, आपको तो पता ही है कि उत्तर प्रदेश समेत देश के पांच सूबों में चुनावी नगाड़ा बच चुका है। ऐसे में सभी सियासी दलों के सियासी सूरमाओं की आमद इन  चुनावी सूबों में शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में पिछले दो दिनों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अमित शाह की आमद देखने को मिल रही है। इससे पहले वे जाट समुदाय के लोगों को रिझाते हुए दिखे थे। पश्चिमी यूपी में उनकी एंट्री के बाद माना जा रहा है कि बीजेपी से खफा चल रहे जाट समुदाय अब बीजेपी के पाले में आ चुके हैं।

इसी कड़ी में बीते बुधवार को अमित शाह नोएडा में एक निजी विश्वविद्यालय में जनसभा को संबोधित करते हुए दिखें। इस दौरान उन्होंने सपा, बसपा समेत कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा, तो वहीं सूबे की जनता को एक बार फिर से बीजेपी को मौका देने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने कई मसलों को लेकर पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा। हम आपको शाह द्वारा पूर्व की सरकारों पर जिन मसलों को लेकर निशाने साधे गए हैं, उनके बारे में तफसील से बताएंगे, लेकिन उससे पहले हम आपको उस वाकये के बारे में बताएं चलते हैं, जो अमित शाह के संबोधन के दौरान देखने को मिला। दरअसल, अमित शाह जब सभा को संबोधित कर रहे थे, तो एकाएक लाइट चली गई, जिससे लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ गया। एक पल के लिए लगा कि अब लोगों के जोश ठंडा हो गया है, अब सभा की गति शिथिल हो जाएगी, सभा में आए लोगों का उत्साह धराशायी हो जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि बत्ती गुल हो जाने के बाद तो सभा में आए लोग दोगुने उत्साह से जहां पीएम मोदी और सीएम योगी के नाम तारीफों के कसीदे पढ़ते दिखे, तो वहीं पूर्व की सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए नजर आएं।

सभा में आए लोगों के मिज़ाज़ को देखकर सियासी पंडितों को यह कहने में बिल्कुल भी गुरेज नहीं है कि एक बार फिर से सूबे की गलियों में भगवा लहराने  से कोई नहीं रोक सकता है। शाह के संबोधन के दौरान पूरे जोश-ए- खरोश से भारत माता की जय के नारे लगाते हुए दिखे। पीएम मोदी के नाम तारीफों के कसीदे पढ़ते हुए दिखे और अपने आत्मविश्वास से सभा में भाजपाई नेताओं को यह विश्वास दिला ही दिया कि एक बार फिर से सूबे में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन होने जा रहे हैं। इस मौके पर लगे हाथों अमित शाह ने पूर्व की सरकारों में बिजली आपूर्ति की समस्या का जिक्र करते सपा बसपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में कानून-व्यवस्था की स्थिति लचर हो चुकी थी।

अपराधी बेखौफ होकर सूबे की गलियों में अपने नापाक इरादों को धरातल पर उतार दिया करते थे, लेकिन आज सीएम योगी के कार्यकाल में सूबे की हालिया हालात अलहदा हैं। बहरहाल, आपको बताते चले कि आगामी 10 फरवरी से उत्तर प्रदेश में चुनावी बिगुल बजने जा रहा है। चुनावी नतीजों की घोषणा आगामी 10 मार्च से को होगी, तब साफ होजाएगा कि सूबे में किसकी सरकार बनने जा रही है। फिलहाल तो सभी सियासी दलों के सियासी सूरमा सूबे की जनता को रिझाने में सारे दांव आजमा रहे हैं। अब आगे चलकर इनकर यह दांव कितने कामयाब हो पाते हैं। यह तो  फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।

Exit mobile version