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PM Modi And Jaishnkar Meeting: पीएम मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर के बीच बैठक, बांग्लादेश के मसले पर की अहम चर्चा

jaishankar and pm modi

नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ जारी हिंसा और इस्कॉन के पूर्व सचिव चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को गिरफ्तार किए जाने पर भारत में भी आक्रोश दिख रहा है। कोलकाता में तो बांग्लादेश के कदम के खिलाफ बड़ी रैली निकली। वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत विपक्ष के नेताओं ने भी मोदी सरकार से इस संबंध में उचित कदम उठाने की मांग की है। बांग्लादेश से आ रही भयानक उत्पीड़न की खबरों के बीच गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठक की। सूत्रों के अनुसार मोदी और जयशंकर के बीच बांग्लादेश के मसले पर चर्चा हुई।

बांग्लादेश में इस साल 5 अगस्त को पीएम रहीं शेख हसीना का तख्ता पलट दिया गया था। शेख हसीना जान बचाने के लिए भागकर भारत आ गई थीं। उसके बाद ही बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जमकर हिंसा की शुरुआत हुई। हिंदुओं की हत्या, मंदिरों में आगजनी की घटनाओं के बाद खुद पीएम मोदी ने बांग्लादेश की कार्यकारी सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस से चिंता जताई थी। मोदी ने यूनुस से कहा था कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा रुकनी चाहिए, लेकिन वहां हिंसा नहीं रुकी। इसके विरोध में हिंदू समुदाय जब बांग्लादेश की सड़कों पर उतरा, तो अब दूसरे तरह से उत्पीड़न शुरू कर दिया गया।

बांग्लादेश में पुलिस ने हिंदू समुदाय के उत्पीड़न की आवाज उठाकर प्रदर्शन करने वाले इस्कॉन के पूर्व सचिव चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी पर देशद्रोह का केस दर्ज कर उनको गिरफ्तार किया है। इसके अलावा बांग्लादेश के अटॉर्नी जनरल ने कहा है कि इस्कॉन पर बैन लगाने का विचार भी सरकार कर रही है। बांग्लादेश में भारत के सभी टीवी चैनल भी बैन किए जाने की खबर है। चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद भी भारत ने बांग्लादेश से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं रोकने के लिए कहा था, लेकिन बांग्लादेश ने इन सभी मामलों को अपना आतंरिक मसला बता दिया। ऐसे में पीएम मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर के बीच बैठक को अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि बांग्लादेश में ऐसे ही हालात रहे, तो भारत उसके खिलाफ कुछ सख्त कदम उठा सकता है। भारत ने ही बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजाद कराया था। बांग्लादेश और भारत के बीच दोस्ती भी रही है, लेकिन ताजा हालात ने इस दोस्ती में दरार पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

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