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ममता बनर्जी को लगा बड़ा झटका, मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में TMC नेता केडी सिंह को ED ने किया गिरफ्तार

KD Singh Mamta Banerjee

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सत्ता पर आसीन तृणमूल कांग्रेस इन दिनों काफी सुर्खियों में बनी हुई है। कभी उसके नेताओं का भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लेना तो कभी उसके नेताओं द्वारा हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी कर देना, ये सभी बातें ममता बनर्जी के लिए सिरदर्द बना हुआ है। वहीं इन सबके बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद और दिग्गज नेता केडी सिंह पर हिरासत में लिया है। बता दें कि ईडी ने केडी सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। जहां उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केडी सिंह अपने ट्रांजैक्शन के बारे में सफाई नहीं दे सके और वहीं उन्हें हिरासत में ले लिया गया। बता दें कि ईडी की तरफ से इससे पहले भी केडी सिंह की संपत्ति को सीज किया गया था। जून, 2019 अलकेमिस्ट ग्रुप के मालिक केडी सिंह से जुड़ी कंपनी की 239 करोड़ रुपए की संपत्तियां अटैच की थी। प्रवर्तन निदेशालय ने 1,900 करोड़ रुपए के घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच को लेकर यह कार्रवाई की थी।

केडी सिंह के रिजॉर्ट, शोरूम और बैंक खाते सहित करीब 239 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। केडी सिंह इससे पहले भी ईडी की कार्रवाई के चलते सुर्खियों में आ चुके हैं। बता दें कि ED ने 2016 में केडी सिंह की कंपनी अल्केमिस्ट इन्फ्रा रियलटी लिमिटेड पर केस दर्ज किया था और ये मामला PMLA के तहत दर्ज किया गया था। कंपनी पर आरोप था कि इसने लोगों को करीब 1900 करोड़ रुपये का चूना लगाया था। SEBI की ओर से कंपनी, इसके डायरेक्टर और शेयर होल्डर्स पर मामला दर्ज किया गया था।

केडी सिंह पूर्व में तृणमूल कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। बुधवार को इस कार्रवाई के टीएमसी ने केडी सिंह से अपना पल्ला झाड़ लिया है और कहा है कि, अब केडी सिंह का उनकी पार्टी से कोई संबंध नहीं है। वहीं टीएमसी से भाजपा में गए शुभेंदु अधिकारी ने भी टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा है कि, केडी सिंह की कंपनी ने लाखों लोगों से बंगाल में धोखा किया, उन्होंने ही नारदा कंपनी को स्पॉन्सर किया था। जांच एजेंसियों को केडी सिंह की संपत्ति सीज कर लोगों को पैसा देना चाहिए।

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