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Kota Students Suicide: एजुकेशन हब कोटा बना ‘सुसाइड हब’, 12 घंटे में आत्महत्या की दो घटनाओं से मचा हड़कंप

नई दिल्ली। इंडिया का एजुकेशन हब कोटा अब धीरे-धीरे सुसाइड हब में तब्दील होता जा रहा है। जैसा कि आप जानते हैं देशभर से स्टूडेंट्स यहां इंजीनियरिंग और मेडिकल के एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने आते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में कोटा में स्टूडेंट्स की आत्महत्याओं की बढ़ती घटनाओं ने देशभर का ध्यान अपनी तरफ खिंचा है। इस कारण अब कोटा पढ़ने आने वाले स्टूंडेंट्स की संख्यां में गिरावट भी देखने को मिल रही है। पेरेंट्स अब अपने बच्चों को कोटा भेजने से डरने लगे हैं और इसकी वजह यहां आए दिन हो रही सुसाइड की घटनाएं हैं।

कोटा के विज्ञान नगर इलाके में एक प्राइवेट कोचिंग में पढ़ने वाले दो छात्रों ने आज सुसाइड कर अपनी जान दे दी। कोटा में 12 घंटे के भीतर आत्महत्या की ये दूसरी वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। जानकारी के मुताबिक आत्महत्या करने वाले ये दोनों छात्र कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहे थे। दोनों छात्र में से एक के पेरेंट्स कोटा पहुंच चुके हैं। जिसके बाद पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

दूसरे छात्र के परिजन का अभी इंतजार किया जा रहा है। सीआई देवेश भारद्वाज से मिली जानकारी के मुताबिक प्रसिद्ध कोचिंग इंस्टिट्यूट एलन में पढ़ने वाले छात्र मेहुल वैष्णव ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।

वहीं देर रात को एक अन्य कोचिंग संस्थान में नीट की तैयारी करने वाले दूसरे छात्र यूपी के आदित्य ने भी आत्महत्या कर ली। पुलिस ने आदित्य के कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें आदित्य ने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को ठहराया है।

इससे पहले भी 16 जून को कोटा के महावीर नगर इलाके में बिहार के समस्तीपुर के निवासी एक छात्र रौशन ने आत्महत्या कर ली थी। छात्र यहां रहकर नीट की तैयारी कर रहा था। शिक्षा नगरी कोटा में सुसाइड के मामलों पर नजर डालें तो शहर में इस साल जून के आखिरी सप्ताह तक 15 सुसाइड हो चुके हैं। सिर्फ मई के महीने की बात करें तो पांच छात्रों ने नीट की तैयारी के दौरान अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी।

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