नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग सोमवार या मंगलवार को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 26 नवंबर 2024 को खत्म होगा। वहीं, झारखंड विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 5 जनवरी 2025 तक है। निर्वाचन आयोग की टीम ने महाराष्ट्र और झारखंड का सितंबर में दौरा कर वहां चुनाव के लिए व्यवस्था बनाने खातिर बैठक की थी। अब तक चुनाव आयोग ऐसी बैठकों के 15 दिन के भीतर वोटिंग की तारीखों का एलान करता रहा है। ऐसे में संभावना है कि 14 या 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव तारीखों का एलान किया जाए।
महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीट हैं। यहां बहुमत के लिए 145 सीट हासिल करनी होती है। साल 2019 की बात करें, तो बीजेपी ने अविभाजित शिवसेना के साथ मिलकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ा था। तब बीजेपी को 105 सीट मिली थीं। जबकि, अविभाजित शिवसेना के 56 विधायक चुने गए थे। अविभाजित एनसीपी के 54 विधायक 2019 में चुनकर महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचे थे। कांग्रेस के 44, अन्य पार्टियों के 16 और 13 निर्दलीय विधायक भी महाराष्ट्र विधानसभा पहुंचे थे। उद्धव ठाकरे की तरफ से सीएम पद पर दावा करने के बाद बीजेपी से शिवसेना का अलगाव हो गया था। फिर उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और अविभाजित एनसीपी के साथ सरकार बनाई थी। इसके बाद एकनाथ शिंदे के साथ 39 विधायकों ने शिवसेना में विभाजन कराया और बीजेपी के साथ सरकार बनाई। एनसीपी में भी टूट हुई और अजित पवार ने चाचा शरद पवार की पार्टी तोड़कर बीजेपी-शिवसेना सरकार में शामिल होने का फैसला किया।
झारखंड विधानसभा में 81 सीट हैं। यहां बहुमत के लिए 42 विधायक होने जरूरी हैं। 2019 की बात करें, तो झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी जेएमएम के 26 विधायक यहां जीते थे। बीजेपी के 22 विधायकों ने भी जीत हासिल की थी। इनके अलावा 16 सीट पर कांग्रेस जीती थी। आजसू को 3, झाविमो को 2, आरजेडी को 1, सीपीआई-एमएल को 1, एनसीपी को 1 व 2 निर्दलीय भी जीते थे। 1 विधायक यहां मनोनीत है। यहां जेएमएम ने बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए कांग्रेस और आरजेडी समेत अन्य दलों से हाथ मिलाकर 5 साल तक सरकार चलाई है।