नई दिल्ली। गुवाहाटी हाईकोर्ट ने आगामी 11 जुलाई को भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रस्तावित चुनाव पर रोक लगा दी है। पहले यह चुनाव 6 जुलाई को नियत था, लेकिन कुछ कारणों से तारीख आगे बढ़ा दी गई। वहीं, अब कोर्ट ने अपने ताजा फैसले में चुनाव पर रोक लगा दी है। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं किया गया है कि अब अगला चुनाव कब होगा? लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही नई तारीख का ऐलान कर दिया जाएगा। ध्यान दें कि यौन शोषण के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शऱण सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद आगामी खेल आयोजन को ध्यान में रखते हुए फेडरेशन को नए अध्यक्ष की जरूरत महसूस हुई, जिसे ध्यान में चुनाव की रूपरेखा तैयार की गई थी, लेकिन अब इसे जमीन पर उतारने की दिशा में अनेकों समस्याएं आ रही हैं। अब ऐसे में अगले चुनाव की तारीख क्या होती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
बता दें कि बीते 18 जनवरी को महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था, लेकिन बाद में बृजभूषण ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया था। इसके बाद महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए इन गंभीर आरोपों को खेल मंत्रालय ने संज्ञान में लेने के बाद तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति को मामले की जांच के लिए तीन माह की समयसीमा भी दी गई थी, लेकिन आपको बता दें कि तीन माह की मियाद संपन्न होने के बाद भी समिति ने जांच के संदर्भ कोई रिपोर्ट दाखिल नहीं की, जिस पर पहलवानों ने नाराजगी भी जाहिर की थी। इतना ही नहीं, पहलवानों ने यहां तक शिकायत की कि केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर खुद हमारी शिकायतों को संजीदगी से नहीं ले रहे हैं। वहीं, पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन उसके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं जा रही थी, मगर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
इतना ही नहीं, बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो के तहत भी मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, बाद में उसे वापस ले लिया गया था, क्योंकि नाबालिग लड़की के पिता ने मीडिया के सामने आकर यह कहा था कि मेरी बेटी ने बृजभूषण के खिलाफ निराधार शिकायत दर्ज कराई है। ध्यान दें कि पॉक्सो के तहत मामला दर्ज किए जाने के बाद आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करने का प्रावधान है, लेकिन बृजभूषण के मामले में ऐसा नहीं किया गया था, जिस पर महिला पहलवानों ने आपत्ति भी जताई थी। इसके बाद पहलवानों ने आरोप लगाया कि बृजभूषण को सियासी सहूलयितें मिल रही हैं।