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Taj Mahal: ताजमहल विवाद में एलन मस्क की एंट्री, किया ऐसा ट्वीट, लोगों ने किए मजेदार कमेंट

ताजमहल को लेकर हिंदू पक्ष के लोगों का कहना है कि वहां शिव मंदिर है, जब अन्य पक्षों के लोगों का कहना है कि बेवजह विवादों को तूल दिया जा रहा है। बेकार के मसलों को तूल देकर अहम मसलों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल तो इस पूरे मसले को लेकर राजनीति का सिलसिला जारी है।

नई दिल्ली। अपनी सौंदर्यता के लिए समस्त विश्व में सर्वविख्यात ताजमहल इन दिनों में सुर्खियों मं है। लोगों के जेहन में ताजमहल के पल-पल के अपडेट्स के बारे में जानने की आतुरता अपने चरम पर पहुंच चुकी है और इस आतुरता को बीजेपी नेता अपनी याचिका से दिया है, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से उन 22 कमरों को खुलवाने की मांग की है, जिसमें हिंदू  देवी-देवताओं की मूर्ति होने के दावे किए हैं। अब उनके इन दावों में कितनी सच्चाई है। यह तो फिलहाल आने वाले दिनों में ही स्पष्ट हो पाएगा। लेकिन फिलहाल इस पूरे मसले को लेकर सियासी गलियारों में सियासी पारा अपने चरम पर पहुंच चुका है। फिलहाल मसला कोर्ट में विचाराधीन है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन अब एक बार फिर से ताज महल को लेकर सुर्खियों का सैलाब अपने चरम पर पहुंच चुका है और इसकी वजह कोई और नहीं, बल्कि टेस्ला कंपनी के मालिक और दुनिया के सर्वाधिक धनी व्यक्ति एलन मस्क हैं।  आइए, आपको आगे पूरा माजरा तफसील से बताते हैं।

दरअसल,  उन्होंने ताजमहल को लेकर ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि   ‘यह आश्चर्यजनक है, मैंने 2007 में दौरा किया और ताजमहल भी देखा था, जो वास्तव में दुनिया का एक अजूबा है.’ एलन मस्क ने यह ट्वीट एक फोटो के रिप्लाई जिसे आगरा के लाल किले का बताया जा रहा था. एलन मस्क के ट्वीट पर कमेंट की बाढ़ आ गई और लोग उन्हें देश के मंदिरों की खूबसूरती के बारे में बताने लगे। बहरहाल, उनके इस ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रियाओं का सैलाब उमड़ रहा है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी  राय जाहिर कर रहे हैं।

बता दें कि ताजमहल को लेकर हिंदू पक्ष के लोगों का कहना है कि वहां शिव मंदिर है, जब अन्य पक्षों के लोगों का कहना है कि बेवजह विवादों को तूल दिया जा रहा है। बेकार के मसलों को तूल देकर अहम मसलों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल तो इस पूरे मसले को लेकर राजनीति का सिलसिला जारी है। अब ऐसी स्थिति में देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है और इस पूरे मसले को लेकर कोर्ट का क्या कुछ रुख रहता है।

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