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Rajouri Encounter: जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों से मुठभेड़, जवानों ने ब्रोह और सूम के जंगलों को घेरा, सर्च ऑपरेशन जारी

सूत्रों के मुताबिक कालाकोट के जंगल में आतंकी होने का पता स्थानीय मुखबिरों से चला। इसके बाद बड़े अफसरों तक सूचना पहुंचाई गई। सेना और पुलिस की कोशिश है कि कालाकोट के एनकाउंटर में अनंतनाग जैसा नुकसान न उठाना पड़े। इसकी खातिर वहां स्पेशल फोर्सेज के जवानों को भी लगाया गया है।

Jammu Kashmir

राजौरी। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने नई रणनीति बनाई है। वे अब शहरों में घुसकर हमले करने की जगह जंगलों में छिपकर वार कर रहे हैं। बीते दिनों अनंतनाग में जंगलों में छिपे आतंकियों से लंबे वक्त तक सुरक्षाबलों को मोर्चा लेना पड़ा और सेना के कर्नल, मेजर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी की शहादत हुई। अब ऐसा ही मामला राजौरी में देखने को मिला है। यहां कालाकोट के जंगल में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की खबर पर जब घेरा गया, तो उन्होंने फायरिंग की। यहां आतंकियों को बचकर न जाने देने के लिए जंगल को हर तरफ से जवानों ने घेरा हुआ है। सर्च ऑपरेशन चल रहा है।

जानकारी के मुताबिक कालाकोट के ब्रोह और सूम जंगलों में ये आतंकी छिपे हुए हैं। इनकी मौजूदगी की खबर मिलते ही सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने अपना एक्शन शुरू किया। जंगल में आतंकियों की तलाश जारी है। यहां सोमवार को फायरिंग की आवाज आई थी। बाद में सेना ने बताया कि आतंकियों को तलाशने के दौरान जवानों ने फायरिंग की थी। आतंकी बचकर न निकल सकें, इसके लिए बाद में सेना के और जवानों को यहां बुलाया गया और ब्रोह और सूम जंगलों को अब चारों तरफ से घेरकर रखा गया है। ये जंगल घने हैं और इसकी वजह से आतंकियों को अपनी कारगुजारी करने में कोई दिक्कत नहीं होती।

सूत्रों के मुताबिक कालाकोट के जंगल में आतंकी होने का पता स्थानीय मुखबिरों से चला। इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के बड़े अफसरों तक सूचना पहुंचाई गई। फिलहाल सेना और पुलिस की कोशिश है कि कालाकोट के एनकाउंटर में अनंतनाग जैसा नुकसान न उठाना पड़े। इसकी खातिर वहां स्पेशल फोर्सेज के जवानों को भी लगाया गया है। अनंतनाग में अफसरों के शहीद होने के बाद आतंकियों को मार गिराने के लिए स्पेशल फोर्सेज के जवानों को बुलाया गया था। जिन्होंने खूंखार आतंकी उजैर समेत बाकी दहशतगर्दों को मार गिराया था।

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