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Delhi: गोवा में पुर्तगालियों के हाथों तोड़ा गया एक-एक मंदिर दोबारा बनेगा, सीएम प्रमोद सावंत का एलान

समान नागरिक संहिता के बारे में उन्होंने कहा कि गोवा में आजादी के समय से ही समान नागरिक संहिता लागू है और बाकी राज्यों को भी इसे लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने इसे लागू करने के लिए कमेटी गठित की है और मैं उसका स्वागत करता हूं।

pramod sawant

नई दिल्ली। गोवा में पुर्तगालियों के शासन के दौरान तोड़े गए हर एक मंदिर को दोबारा बनवाया जाएगा। ये एलान सीएम प्रमोद सावंत ने दिया है। उन्होंने दिल्ली में हुए ‘पांचजन्य मीडिया कॉन्क्लेव’ में ये बात कही है। सावंत ने कहा कि गोवा में तमाम मंदिर हैं। इनमें से कई को पुर्तगालियों ने तोड़ दिया था। उन्हें दोबारा बनवाकर वो पर्यटकों को गोवा आने के लिए आकर्षित करना चाहते हैं। उन्होंने इस काम को राज्य सरकार का कर्तव्य भी बताया। गोवा में विधानसभा चुनाव के दौरान भी सावंत ने सत्ता में आने पर मंदिरों को फिर बनवाने का वादा किया था।

समान नागरिक संहिता के बारे में उन्होंने कहा कि गोवा में आजादी के समय से ही समान नागरिक संहिता लागू है और बाकी राज्यों को भी इसे लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने इसे लागू करने के लिए कमेटी गठित की है और मैं उसका स्वागत करता हूं। इससे पहले रविवार को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में समान नागरिक संहिता लाने के अपने वादे को दोहराया था। धामी ने कहा था कि इसके लिए मसौदा तैयार हो रहा है। उन्होंने भी सभी राज्यों से समान नागरिक संहिता लागू करने की अपील की थी।

प्रमोद सावंत ने बताया कि गोवा में बीजेपी सरकार के दौरान विकास के काम पहले भी हुए और अब भी तेजी से किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 60 साल तक गोवा ने जो हासिल नहीं किया, वो 2012 से 2022 के बीच पाया है। उन्होंने कहा कि भारत तो 1947 में आजाद हो गया, लेकिन गोवा को 1967 में आजादी मिली। इसके लिए भी कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ही जिम्मेदार थी। सावंत ने कहा कि गोवा जल्दी ही देश के सबसे बेहतरीन राज्यों में शामिल होगा। इस काम में किसी तरह की अड़चन नहीं आने दी जाएगी।

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