चंडीगढ़। पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को पंजाब के दौरे पर गए थे, तो वहां की कांग्रेस सरकार के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी उनके साथ नहीं थे। चन्नी ने मोदी के कार्यक्रम में न जाने के बारे में कहा था कि उनके स्टाफ को कोरोना हो गया है और इसी वजह से सुरक्षा के कारण वो मोदी के साथ नहीं गए। चन्नी का ये बयान अब झूठ का पुलिंदा साबित हो रहा है। उनका एक और बयान खुद उनकी पोल खोल रहा है। ये पोल पंजाब पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर की एक वायरल हो रही चिट्ठी खोल रही है। चन्नी के इन्हीं दो झूठ के बारे में आपको एक-एक कर बताते हैं। पहले बात कोरोना से स्टाफ के ग्रस्त होने की। चन्नी ने कहा कि कोरोना ग्रस्त स्टाफ के कारण वो मोदी के दौरे में नहीं गए, लेकिन पीएम की सुरक्षा में सेंध लगने के एक दिन बाद वो एक टीवी चैनल को इंटरव्यू देते दिखे। बाकायदा अपनी गाड़ी में चन्नी ने रिपोर्टर को बिठाकर लाइव इंटरव्यू दिया। इस दौरान उन्होंने मास्क तक नहीं पहना था। अब सवाल ये उठ रहा है कि जिस कोरोना का हवाला देकर वो मोदी के कार्यक्रम में नहीं गए, उससे बचने या रिपोर्टर को बचाने के लिए चन्नी ने मास्क क्यों नहीं पहना ?
#EXCLUSIVE | There was no plan for PM Modi to take the road route: Punjab CM @CHARANJITCHANNI to @ashokasinghal2 | #Punjab #PunjabPolls #FarmersProtest pic.twitter.com/ga2Bq4Ag6z
— IndiaToday (@IndiaToday) January 6, 2022
अब आते हैं उस चिट्ठी पर, जिसने चन्नी के एक और झूठ का पर्दाफाश कर दिया है। ये चिट्ठी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर की है। चन्नी ने मोदी की सुरक्षा में सेंध लगने के बाद ये बयान दिया था कि पीएम को हेलीकॉप्टर से फिरोजपुर जाना था, लेकिन उन्होंने बिना बताए सड़क से जाने का फैसला कर लिया। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही चिट्ठी उनके इस झूठ की पोल खोलती है। एडीजी की ओर से जारी इस सरकारी चिट्ठी में साफ लिखा गया है कि 5 जनवरी को मौसम खराब हो सकता है और सीएम और अन्य वीआईपी सड़क मार्ग से चंडीगढ़ से फिरोजपुर सेक्टर तक जा सकते हैं।
बता दें कि मोदी को फिरोजपुर जाते वक्त सुरक्षा में सेंध का सामना करना पड़ा था। इस मसले पर बीजेपी ने चन्नी पर संगीन आरोप लगाए थे। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ये तक कहा था कि जब चन्नी को फोन लगाया गया, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। खुद पीएम मोदी ने आधे रास्ते से लौटने के बाद बठिंडा एयरबेस पर चन्नी के अफसरों से कहा था कि अपने सीएम से कहना कि मैं बठिंडा जिंदा लौट आया। इसके बाद ही चन्नी ने आरोप लगाना शुरू कर दिया था कि पीएम की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगी। चन्नी का कहना था कि रोड से जाने का कोई प्रोग्राम था ही नहीं और पीएम ने खुद ये फैसला कर लिया। जबकि, बीजेपी कह रही है कि डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी के ग्रीन सिग्नल के बाद ही मोदी को सड़क मार्ग से ले जाने का प्रोग्राम एसपीजी ने तय किया था।