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ट्रैक्टर परेड हिंसा पर बोले पुलिस कमिश्नर- किसान नेताओं ने पुलिस से विश्वासघात किया

SN shrivastav

नई दिल्ली। 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के नाम पर हुए तांडव को लेकर 27 जनवरी की शाम दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने एक प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कहा कि, किसान संगठनों से जिस रूट को लेकर बात हुई थी, उस पर परेड नहीं निकला, इसी के चलते ये सारा उपद्रव हुआ है। अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हमें 2 जनवरी को ट्रैक्टर रैली की जानकारी मिली थी। जानकारी मिलते ही हमने किसान नेताओं से बात की। हमने 26 जनवरी को परेड नहीं निकालने को कहा, लेकिन वे दिल्ली में रैली निकालने पर अड़े रहे।

उन्होंने कहा कि, किसानों ने कल पुलिस के द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए पुलिस बैरिकेड तोड़कर हिंसक घटनाएं की। कुल मिलाकर 394 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और कुछ पुलिसकर्मी ICU में भी है।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि, “हम दिल्ली में गैर-क़ानूनी तरीके से किए गए आंदोलन और उस दौरान हिंसा और लाल किले पर फहराए गए झंडे को बड़ी गंभीरता से ले रहे हैं। हिंसा करने वालों की वीडियो हमारे पास है, विश्लेषण हो रहा है।”

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि, पहचान की जा रही है, गिरफ़्तारियां की जाएंगी। अब तक 25 से ज्यादा मामले दर्ज़ किए गए हैं। कोई भी अपराधी जिसकी पहचान होती है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। जो किसान नेता इसमें शामिल हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी

दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि कोई भी किसान नेता दोषी पाया जाता है तो उसको छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस ने 25 से ज्यादा केस दर्ज किए हैं। हमारे पास हिंसा से जुड़े वीडियो फुटेज हैं. हम चेहरे की पहचान करने वाले सॉफ्टवेयर का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। अब तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 50 लोग हिरासत में हैं। किसान नेताओं ने दिल्ली पुलिस के साथ विश्वासघात किया।

इस प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान नेताओं से 5 दौर की बातचीत के बात जो सहमती बनी थी किसान नेताओं ने उसे तोड़ा और उग्र लोगों को आगे किया। पुलिस ने बताया कि रैली के दौरान किसान नेता सतनाम सिंह पन्नु ने बहुत भड़काऊ भाषण दिए। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नर ने बताया कि किसान नेता डॉ दर्शनपाल ने भी पुलिस की बात नहीं मानी।

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