News Room Post

फर्रूखाबाद में सिरफिरे के मारे जाने पर उसकी बेटी को आईजी ने लिया गोद, सोशल मीडिया पर हो रही है तारीफ

नई दिल्ली। गुरुवार को फर्रूखाबाद में एक सिरफिरे सुभाष बाथम ने जन्मदिन की पार्टी के नाम पर 23 बच्चों को बंधक बना लिया था, जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई में सुभाष और उसकी पत्नी रूबी की मौत हो गई। सुभाष और रूबी की मौत के बाद उसकी 4 साल की बेटी गौरी को कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने गोद लेने का फैसला किया है।

कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने लिया गोद

आपको बता दें कि बच्चों के बंधक बनाए जाने पर ग्रामीणों में काफी गुस्सा था और जब दोनों मौका देखकर भागने लगे तो गांव वालों ने उनकी पिटाई कर दी, जिससे दोनों की मौत हो गई। मौत के बाद उनकी 4 साल की बेटी जब गौरी अकेली पड़ गई तो कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने उसे गोद लेने का ऐलान कर दिया। बता दें कि अब उसकी देखभाल की जिम्मेदारी आईजी खुद उठाएंगे।

सोशल मीडिया पर हो रही है तारीफ

कानपुर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल के इस कदम को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें काफी सराहा जा रहा है। लोगों ने आईजी मोहित अग्रवाल की सराहना में काफी ट्वीट किए हैं। इसको लेकर ट्विटर यूजर प्रिया जैन ने लिखा कि, “फर्रुखाबाद में बच्चों को बंधक बनाने वाले सुभाष बाथम की एक साल की बेटी गौरी की शिक्षा का पूरा खर्च कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल उठाएंगे। मोहित अग्रवाल ने सुभाष की 1 साल की बिटिया को गोद लेने का फैसला किया है। सराहनीय कदम, दिल से सल्यूट ..RealHero

एक दूसरे यूजर ने लिखा कि, “फर्रुखाबाद के करथरिया गांव में बच्चों को बंधक बनाने वाले एनकाउंटर में मारे गए सिरफिरे अपराधी सुभाष बाथम की बेटी को आईजी जोन (कानपुर) मोहित अग्रवाल ने लिया गोद, कहा- अच्छे स्कूल में पढ़ाएंगे, बड़ा अफसर बनाएंगे।

इसके अलावा कुछ और यूजर्स ने अपने रिप्लाई कुछ इस तरीके से दिए..

गौरतलब है कि फर्रूखाबाद में गुरुवार को बेटी की बर्थडे पार्टी के नाम पर 23 बच्चों को अपने घर बुलाकर तहखाने में 12 घंटों तक बंधक बनाकर रखने वाले अपहरणकर्ता सुभाष को पुलिस ने मार गिराया था। इसके अलावा गांव के लोगों ने उसकी पत्नी रूबी को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। सैफई ले जाते समय उसने भी दम तोड़ दिया जिसके बाद सभी बच्चों को सुरक्षित निकाला गया था।

Exit mobile version