गोपालगंज। क्या बिहार में फिर आरजेडी के सत्ता में आने के साथ ही जंगलराज वापस लौटने लगा है? ये सवाल गोपालगंज में मंगलवार को पत्रकार की हत्या की वजह से उठ रहा है। घटना बिहार के जमुई जिले के सिमुलतला ब्लॉक में हुई है। यहां गोकुल यादव को बदमाशों ने सरेआम सुबह 11 बजे बाजार जाते वक्त सिर और सीने पर 5 गोलियां मारीं। इससे गोकुल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मीडिया की खबरों के मुताबिक 35 साल के गोकुल हिंदी अखबार प्रभात खबर के पत्रकार थे। वो बाजार जा रहे थे, जब दो बाइक पर सवार 5 बदमाश आए और उनको ताबड़तोड़ गोलियां मार दी। गोकुल को लोग तुरंत स्थानीय अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बता दें कि मंगलवार को ही बिहार में आरजेडी और जेडीयू की सरकार बनने का एलान हुआ था।
गोकुल यादव की पत्नी ने खुरंदा पंचायत के चुनाव में हिस्सा लिया था। घरवालों का आरोप है कि उसी रंजिश में गोकुल की जान ली गई। परिजनों ने सिमुलतला थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। गोकुल के पिता नरेंद्र यादव और उनके मामा श्यामदेव यादव ने बताया कि पहले भी इन्हीं बदमाशों ने हमला किया था। उस वक्त गोकुल बाल-बाल बचे थे। नरेंद्र यादव ने मीडिया को बताया कि परिवार का भुट्टे का खेत है। उसी के लिए गोकुल खाद लेने बाजार जा रहे थे, जब उनकी हत्या की गई। नरेंद्र के मुताबिक उनके बेटे के हत्यारों को उन्होंने बाइक पर भागते हुए देखा।
गोकुल यादव की हत्या के मामले में सिमुलतला थाने के प्रभारी विद्यानंद कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की है। उन्होंने बताया कि फिलहाल 2 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। एफआईआर दर्ज कर पुलिस हत्यारों को पकड़ने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। बिहार में पहले भी कई पत्रकारों की हत्या और उनपर जानलेवा हमले की घटनाएं होती रही हैं।