पटना। बिहार में अचानक हत्या की कई वारदात हुई हैं। बिहार में शनिवार रात से रविवार तक 5 लोगों की हत्या की गई। इनमें पटना के बड़े कारोबारी गोपाल खेमका भी शामिल हैं। गोपाल खेमका की हत्या के एक संदिग्ध को पुलिस ने हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है। वहीं, राज्य में एक इंजीनियर, एक टीचर और दो अन्य लोगों की हत्या हुई है। इन हत्याओं की गूंज पूरे राज्य में सुनाई दे रही है। बिहार में इसी साल विधानसभा के चुनाव हैं। ऐसे में लगातार हुई हत्या की वारदात के कारण बिहार की नीतीश कुमार सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
बिहार के नालंदा में बच्चों की वजह से लोगों की आपस में कहासुनी हुई थी। इस घटना के बाद रविवार की रात बदमाश एक घर में घुसे और वहां दो लोगों हिमांशु कुमार और अन्नू कुमारी की सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। खबर लिखे जाने तक हत्यारों की तलाश पुलिस कर रही थी। रविवार की रात ही बिहार की राजधानी पटना के खगोल थाना क्षेत्र में अजित नाम के टीचर अपने स्कूल से अपने गांव मुस्तफापुर लौट रहे थे। रास्ते में बदमाशों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। इस वारदात के जिम्मेदार लोगों की भी पुलिस तलाश कर रही है। तीसरी घटना भी रविवार की रात हुई। मुजफ्फरपुर में लुटेरों ने इंजीनियर मुमताज के घर पर धावा बोला। मुमताज इन लुटेरों से भिड़ गए और बदमाशों ने पत्नी और तीन बच्चों के सामने उनकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
बिहार में लालू यादव के शासनकाल को एनडीए जंगलराज कहता रहा है। वहीं, बिहार में दो ही दिन में हत्या की 5 घटनाओं से आरजेडी और विपक्ष को अब नीतीश कुमार सरकार पर सवाल उठाने का मौका मिल गया है। बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने गोपाल खेमका की हत्या के मामले को जोर-शोर से उठाया है। वहीं, नालंदा से लेकर मुजफ्फरपुर में हुई हत्याओं की चर्चा भी हो रही है। हालांकि, सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा है कि बदमाशों को बख्शा नहीं जाएगा। बिहार पुलिस भी हत्या की हर वारदात का खुलासा करने और दोषियों की धरपकड़ की कोशिश में दिन-रात एक किए हुई है।