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Andhra Pradesh: मुश्किलों में फंसे आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी जानिए किस बड़े मामले में दर्ज हुआ केस?

नई दिल्ली। गुंटूर पुलिस ने मौजूदा विधायक और पूर्व सांसद रघु रामकृष्ण राजू की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। राजू ने आरोप लगाया कि सीआईडी ​​कार्यालय में उन्हें बेल्ट और डंडों से पीटा गया। रघु रामकृष्ण राजू ने कहा कि 2021 में सीआईडी ​​अधिकारियों ने उन्हें हैदराबाद में गिरफ्तार किया था। उन्होंने दावा किया कि उन्हें हैदराबाद में स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं किया गया और न ही ट्रांजिट अरेस्ट वारंट प्राप्त किया गया। इसके बजाय, उन्हें सीआईडी ​​कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उनके साथ मारपीट की गई।


राजू ने आरोप लगाया कि पीवी सुनील कुमार समेत कई पुलिस अधिकारियों ने उन्हें डंडों से पीटा। उन्होंने आगे दावा किया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के दबाव में उन्हें दिल की दवा नहीं लेने दी गई। उनकी पिछली हार्ट बाईपास सर्जरी के बारे में जानने के बावजूद, कुछ अधिकारी उनकी छाती पर बैठ गए। राजू ने यह भी कहा कि उनका फोन जब्त कर लिया गया था और उन्हें तब तक पीटा गया जब तक उन्होंने अपना पासवर्ड नहीं बता दिया। उन्होंने सरकारी अस्पताल में उनका इलाज करने वाली डॉ. प्रभावती पर पुलिस अधिकारियों के कहने पर झूठे मेडिकल सर्टिफिकेट जारी करने का आरोप लगाया।


राजू ने दावा किया कि पीवी सुनील कुमार ने उन्हें धमकी दी कि अगर उन्होंने वाईएस जगन मोहन रेड्डी की आलोचना जारी रखी तो वे उन्हें जान से मार देंगे। आरोप सत्ता के दुरुपयोग और राज्य में राजनीतिक विरोधियों के साथ किए जा रहे व्यवहार को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा करते हैं। इस शिकायत के कारण पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी, पूर्व सीआईडी ​​प्रमुख पीवी सुनील कुमार और खुफिया प्रमुख पीएसआर अंजनेयुलु के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है, जो आंध्र प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।

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