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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी ने दी प्रणब दा को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी(Former President Pranab Mukherjee) को देश आज अंतिम विदाई देगा। राजनीति से लेकर तमाम अन्य क्षेत्रों से भी प्रणब दा के निधन पर लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें का उनका अंतिम संस्कार आज लोधी श्मशान घाट पर होगा। इससे पहले  दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा। उसके बाद दोपहर 2.30 बजे दिल्ली के लोधी श्मशान घाट(Lodhi Road Crematorium) पर उनका अंतिम संस्कार होगा।

प्रणब दा 2012 से 2017 तक देश के 13वें राष्ट्रपति रहे, उन्हें हर दल से सम्मान मिला। जब राजनीति में सक्रिय रहे, तब उन्होंने विपक्ष से ताल मिलाकर चलने का एक अनूठा उदाहरण पेश किया। बता दें कि प्रणब मुखर्जी का पार्थिव शरीर आर्मी हॉस्पिटल से उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित सरकारी आवास पर लाया जा रहा है। यहीं पर दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा।

लाइव अपडेट्स

कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके आवास, 10 राजाजी मार्ग पर श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके आवास, 10 राजाजी मार्ग पर श्रद्धांजलि दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके आवास, 10 राजाजी मार्ग पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को उनके आवास पर श्रद्धांजलि दी।

गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर केंद्र सरकार ने सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान देश भर में उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे जहां ध्वज लगे रहते हैं। राष्ट्रपति भवन और संसद भवन में तिरंगा आधा झुका दिया गया है। पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने भी 1 सितंबर को राजकीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान सभी सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। राज्य पुलिस दिवस समारोह भी 2 सितंबर के लिए स्थगित कर दिया गया है।

इसके अलावा मोदी कैबिनेट की बैठक आज 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी। कैबिनेट की बैठक में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी जाएगी। साथ ही उनके निधन पर एक प्रस्ताव पास किया जाएगा।

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार शाम निधन हुआ। 84 साल की उम्र में उन्होंने दिल्ली स्थित आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो पिछले कई दिनों से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे। बीते दिनों प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। खून का थक्का जमने के कारण उनकी ब्रेन सर्जरी भी हुई थी। प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी दी थी। प्रणब मुखर्जी को 2019 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

प्रणब मुखर्जी का जन्म 11 दिसंबर, 1935 को पश्चिम बंगाल के बीरभूमि जिले के मिरती गांव में हुआ था। उनके पिता कामदा किंकर मुखर्जी स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे। वे 1952 से 1964 तक बंगाल विधायी परिषद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिनिधि रहे। प्रणब मुखर्जी ने कॉलेज प्राध्यापक के रूप में अपना करियर शुरू किया था। इसके बाद वे पत्रकार भी रहे। 1969 में उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत की। इंदिरा गांधी उन्हें राजनीति में लेकर आईं।

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