नई दिल्ली। एक नही, दो नहीं, तीन भी नहीं, बल्कि चार-चार बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला मामले में ईडी की ओर से समन जारी किया जा चुका है, लेकिन मुख्यमंत्री साहब के तेवर देखिए कि वो एक दफा भी ईडी के समक्ष पूछताछ के बाबत पेश नहीं हुए। वहीं, कानूनी चश्मे से पूरी स्थिति को समझने की कोशिश करें, तो किसी भी मामले में शामिल आरोपी तीन बार समन को नजरअंदाज करता है, तो उसके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं होती, लेकिन अगर वो चौथी बार नजरअंदाज करता है, तो उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हो जाता है। अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या केजरीवाल चौथी बार भी ईडी के समन को नजरअंदाज करेंगे? कानून विश्लषकों का दावा है कि अगर वो इस बार समन को इग्नोर करते हैं, तो उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक सकती है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि अब तक इस पूरे मामले में क्या कुछ हुआ है?
कब-कब जारी हुआ सीएम केजरीवाल को समन?
सबसे पहले ये समझ लेते हैं कि आखिर सीएम केजरीवाल को कब -कब समन जारी किया गया? केजरीवाल को सबसे पहले गत 4 नवंबर को ईडी ने समन जारी किया था, लेकिन वो पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए थे। उन्होंने गत मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में व्यस्तता का हवाला देकर पूछताछ के लिए पेश होने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्हें 21 दिसंबर को पूछताछ के समन भेजा गया था, लेकिन वो तब भी पेश नहीं हुए थे। इसके बाद उन्हें 3 जनवरी को पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था, लेकिन वो तब भी पेश नहीं हुए। वहीं, अब उन्हें आगामी 18 जनवरी को पूछताछ के बाबत समन जारी किया है। अब अगर वो समन को नजरअंदाज करते हैं, तो ईडी अदालत से उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करवा सकती है और अगर ऐसा हुआ, तो आगामी लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ सकती है।
आखिर क्या है पूरा माजरा
आपको बता दें कि ईडी यह पूरी कार्रवाई दिल्ली शराब घोटाला मामला में कर रही है। अब तक इस मामले में आप के तीन बड़े नेता सलाखों के पीछे हैं, जिसमें सबसे पहले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सलाखों के पीछे जाना पड़ा। इसके बाद संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई। उधर, सिंह की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी ने दावा किया कि अगला नंबर सीएम केजरीवाल का है, जो कि अब मूर्त रूप धारण करता हुआ नजर आ रहा है। ध्यान दें, अब तक केजरीवाल को चार बार समन जारी किया जा चुका है और अगर चौथे समन पर वो पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है, जो कि उन्हें भारी पड़ सकती है। बहरहाल, अब इस पूरे मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।