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आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद यूपी की राजधानी लखनऊ में धरा गया ड्रग तस्करों का गैंग, ये हुई बरामदगी

UP ATS Al quayda terrorist

लखनऊ। पिछले कुछ दिनों से यूपी की राजधानी लखनऊ अपराध की बड़ी घटनाओं की वजह से सुर्खियों में है। बीते दिनों यहां से अल-कायदा से जुड़े दो आतंकियों और उनके दो सहयोगियों की गिरफ्तारी हुई थी। अब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ ने लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी गैंग का भंडाफोड़ किया है। एसटीएफ की ओर से शनिवार को दी गई जानकारी के मुताबिक उसने लखनऊ के गोमतीपार स्थित पॉश इलाके इंदिरानगर के पास स्थित खुर्रम नगर पिकनिक स्पॉट चौराहे से ड्रग तस्करों के गैंग को दबोचा है। इस गैंग में सरगना और उसके पांच साथी शामिल हैं। यह पहला मौका है, जब सूबे की राजधानी में ड्रग तस्करों का इतना बड़ा गैंग पुलिस के हाथ लगा है। एसटीएफ के मुताबिक गैंग के सदस्यों के पास से 2 किलो 651 ग्राम मेथाडोन नाम की ड्रग बरामद की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 2.65 करोड़ की है। इस ड्रग को तस्करों का गैंग दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और लखनऊ में होने वाली कई नाइट पार्टी में सप्लाई करता था।

एसटीएफ के अनुसार पकड़े गए आरोपियों के नाम मोहम्मद कयूम, रियाज अली, सद्दाम हुसैन, नफीस अहमद, गुलाब खान और शहंशाह हैं। इनके पास से ड्रग के अलावा 12 मोबाइल, 6500 रुपए नकद, तीन पैन कार्ड, पांच आधार कार्ड, एक कार, तीन ड्राइविंग लाइसेंस, छह वोटर आईडी कार्ड, एक स्कॉर्पियो और एक बुलेट मोटरसाइकिल बरामद की गई है।

आतंकियों और अब ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी से लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है। आतंकियों की गिरफ्तारी एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने की थी, जबकि ड्रग तस्करों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। इससे साबित हो रहा है कि राजधानी की कमिश्नरेट पुलिस का जासूसी तंत्र पूरी तरह विफल है।

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