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UP: गंगा एक्सप्रेस-वे से पश्चिमी यूपी, अवध और पूर्वांचल का होगा विकास, इन जिलों से होकर गुजरेगा रास्ता

लखनऊ। पीएम नरेंद्र मोदी आज गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास करेंगे। शिलान्यास का ये कार्यक्रम यूपी के अवध क्षेत्र के शाहजहांपुर में होगा। गंगा एक्सप्रेस-वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस योजना के पूरा होने के बाद पश्चिमी यूपी के साथ ही अवध और पूर्वांचल का जबरदस्त विकास होगा। ये एक्सप्रेस-वे मेरठ-बुलंदशहर के बीच नेशनल हाइवे नंबर 334 पर मेरठ के बिजौली गांव से शुरू होगा और नेशनल हाइवे नंबर 19 पर प्रयागराज के जुड़ापुर दौंदू गांव के पास तक जाएगा। एक्सप्रेस-वे पश्चिमी यूपी के मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं के बाद अवध के शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली से होता हुआ पूर्वांचल से लगे प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज तक जाएगा।

पहले गंगा एक्सप्रेस-वे को 6 लेन का बनाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर दोनों तरफ 1-1 लेन और बनेगा। कुल 504 किलोमीटर लंबाई के इस एक्सप्रेस-वे पर राइट ऑफ वे 120 मीटर लिया गया है। यानी ये 120 मीटर चौड़ा होगा। गंगा एक्सप्रेस-वे पर प्रवेश और निकलने के लिए 17 जगह इंटरचेंज की सुविधा होगी। साथ ही इसके करीब के गांवों के लोगों के लिए साइड में सर्विस रोड भी बनाई जाएगी। गंगा एक्सप्रेस-वे में 7 रोड ओवरब्रिज, 14 लंबे पुल, 126 छोटे पुल और 381 अंडरपास भी बनाए जाएंगे। पूरे एक्सप्रेस-वे पर आम लोगों की सुविधा के लिए 9 जनसुविधा परिसर होंगे।

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे की तरह इस एक्सप्रेस-वे पर भी वायुसेना के विमानों के लिए लैंडिंग और टेकऑफ की व्यवस्था होगी। ये व्यवस्था शाहजहांपुर के पास साढ़े 3 किलोमीटर के रनवे को बनाकर की जाएगी। कुल 36230 करोड़ की लागत से बनने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए 95 फीसदी से ज्यादा जमीन किसानों से ली जा चुकी है। एक्सप्रेस-वे बन जाने से मेरठ से लोग महज कुछ घंटों में प्रयागराज तक पहुंच सकेंगे। अभी प्रयागराज तक जाने के लिए पश्चिमी यूपी के लोगों को ग्रैंड ट्रंक रोड का सहारा लेना होता है। यूपी सरकार ने गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे गांवों में लोगों को रोजगार के साधन मुहैया कराने के लिए औद्योगिक इकाइयां लगाने का भी फैसला किया है। साथ ही इसके किनारे मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की भी योगी सरकार की योजना है।

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