नई दिल्ली। दिल्ली से सटे गाजियाबाद (Ghaziabad) के लोनी बॉर्डर इलाके में मुस्लिम बुजुर्ग अब्दुल से मारपीट (Muslim Old Men Beaten) के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये जानकारी ग्रामीण गाजियाबाद एसपी, डॉ इराज राजा ने दी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक बुजुर्ग मुस्लिम को पीटता दिखाया गया और उसकी दाढ़ी भी काट दी गई।
Total 5 accused have been arrested till now (in Loni incident where a man was thrashed & his beard chopped off). We will take strong action against them: Rural Ghaziabad SP, Dr Iraj Raja
We’ll also take action (against complainant) for providing some wrong facts, he added pic.twitter.com/l5Giq5AWGW
— ANI UP (@ANINewsUP) June 16, 2021
इस वीडियो के बारे में सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि बुजुर्ग को मुस्लिम होने के कारण पीटा जा रहा है। हालांकि गाजियाबाद पुलिस ने जांच में पाया कि यह 2 परिवारों के बीच के रंजिश का मामला है और बुजुर्ग ताबीज बनाने का काम करता है।
राहुल और ओवैसी की बढ़ेगी मुश्किल, बुजुर्ग की पिटाई मामले में गलत खबर फैलाने को लेकर भाजपा विधायक ने दी तहरीर
एक तरफ गाज़ियाबाद की लोनी विधानसभा क्षेत्र में बुजुर्ग की पिटाई और उससे जबरन जय श्री राम का नारा लगवाने का मामला जब गलत साबित हुआ तो इसको लेकर सियासत भी खूब हुई। इस मामले पर यूपी पुलिस ने ट्विटर के खिलाफ मामला दर्ज किया तो वहीं कई पत्रकारों और सोशल मीडिया पर इस झूठी खबर को फैलाने वाले के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया। इसके साथ ही राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी सरीखे बड़े नेता जिन्होंने इस झूठी खबर को सोशल मीडिया के जरिए प्रचारित करने की कोशिश की उसपर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जमकर बरसे।
यूपी में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के ख्याल से इस तरह की झूठी खबर को आग की तरह फैलाया गया ताकि इसका फायदा योगी सरकार के विरोधियों को मिले और यूपी दंगों की आग में झुलस सके। इस पूरे मामले को कई जाने माने और भाजपा सरकार के विरोधी एजेंडे के साथ काम करने वाले पत्रकारों ने खूब हवा दी। इन्होंने इस पूरे मामले को जातीय रंग देने का भी काम किया।
लेकिन गाजियाबाद पुलिस की तरफ से जैसे ही मामले का खुलासा किया गया इन एजेंडाबाजों की आवाज पूरी तरह से बंद हो गई। अब इस पूरे मामले पर गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर और इन एजेंडाबाजों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। ऐसे में इस पूरे मामले पर झूठी खबर फैलाने वाले राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से अपनी गलती को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ऐसे में भाजपा के लोन से विधायक नंदकिशोर गुर्जर द्वारा राहुल गांधी, असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ एफआईआर करने के लिए लोनी बॉर्डर थाने में दी तहरीर दी गई है। इस मामले के दर्ज होने से राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। नंदकिशोर गुर्जर ने लोनी में बुजुर्ग की पिटाई मामले में सामाजिक सौहार्द खराब करने के उद्देश्य से ट्वीट करने का राहुल गांधी और ओवैसी पर आरोप लगाया है।