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GIFCT Report: फेसबुक, ट्वीटर समर्थित NGO की भाजपा के खिलाफ साजिश, पार्टी को बताया फ्रींज, कहा- इसका मकसद ‘अहिंसक उग्रवाद का विस्तार’ करना

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नई दिल्ली। ग्लोबल इंटरनेट फोरम टू कांउटर टेररिज्म (GIFCT) के द्वारा भारतीय जनता पार्टी पर आपत्तिजनक बयान के बाद जबरदस्त सियासी कोहराम मच गया है। दरअसल फेसबुक, ट्वीटर, यूट्यूब जैसी संस्थानों के समर्थन से चल रही एक एनजीओ ने अपनी रिपोर्ट में भाजपा के खिलाफ कई तरह की आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है। इस NGO की रिपोर्ट में भाजपा को फ्रींज पार्टी कहने के साथ ही यह भी दावा किया गया है कि यह अहिंसक उग्रवाद की पोषक है। GIFCT ने भाजपा, जो कि दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है, को एक फ्रींज ग्रुप करार कर दिया है और साथ ही यह भी कहा है कि इसका मकसद है अहिंसक उग्रवाद का विस्तार करना।

बता दें कि इस अंतरराष्ट्रीय NGO की स्थापना फेसबुक, ट्वीटर और यूट्यूब जैसी संस्थाओं ने 2017 में की थी। पिछले दिनों इन विशालकाय संस्थाओं द्वारा भारत सरकार के नियमों की अनदेखी और अवहेलना की घटना किसी से छिपी नहीं है। साथ ही इन सभी ने भारत सरकार के नए आईटी नियमों का जमकर विरोध किया भारत में अदालतों के दरवाजे खटखटाए लेकिन नतीजा सरकार के पक्ष में आया और इसी दवाब का असर है कि भाजपा और भारत सरकार को बदनाम करने के लिए यह अंतरराष्ट्रीय साजिश रिपोर्ट के जरिए रची गई।

जबकि GIFCT की स्थापना के पीछे मकसद था कि आतंकी तत्वों और गुटों को डिजिटल माध्यम से दूर रखना और यह सुनिश्चित करना कि वो अपने घातक मंसूबों के लिए डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल ना कर सकें। आतंकी साजिश और षडयंत्रों पर लगाम लगाने के लिए यह संस्था किसी भी तरह के आतंकवाद संबंधित कंटेंट की पहचान कर बड़े सोशल मीडिया संस्थानों को इसकी जानकारी देगी ताकि उसपर त्वरित कारवाई की जा सके। लेकिन जिस तरह की रिपोर्ट इस संस्था के द्वारा तैयार की गई है वह किसी और ही मकसद से तैयार की गई रिपोर्ट लग रही है। इस पूरी रिपोर्ट में जिन एजेंसियों और समूहों की सांख्यिकी के आंकड़े का जिक्र किया गया है वह पहले से ही भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साजिश रच रहे हैं।

इसलिए यह एक चिंता का विषय है कि इस संस्था ने विश्व की सबसे बड़े पार्टी को ही एक फ्रींज पार्टी बता दिया है। जिस पार्टी के कारण भारत में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हुई हैं, उसको इसने अहिंसक उग्रवाद का एक जनक बता दिया है।

177 पेज की रिपोर्ट में इस संस्था ने पेज नंबर 62 पर इसका जिक्र किया है। भाजपा के अलावा दो अन्य पार्टियों को भी इस कैटगिरी में रखा है, जिनके नाम हैं – ऑस्ट्रेलिया फस्र्ट पार्टी और अमेरिका की नेशनल सोशयलिस्ट मूवमेंट पार्टी है। आपको बता दें कि जिस कटैगरी में भाजपा को रखा गया है उसमें मानवाधिकार की खूब दुहाई दी गई है और कहा गया है कि भाजपा देश में मानवाधिकार की रक्षा करने में अक्षम साबित हो रही है। पार्टी एक खास वर्ग के लोगों के लिए सहिष्णु नहीं है और इस वजह से असहिष्णुता का बढ़ता बाजार भारत में देखा जा सकता है।

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