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Atiq Ahmed Shot Dead: ‘कहीं विपक्ष का ही तो कोई राज नहीं खोलने वाला था अतीक’, अपने ही बुने जाल में फंसे माफिया के हिमायती, गिरिराज का सनसनीखेज दावा

नई दिल्ली। अतीक-अशरफ की हत्या के बाद सभी विपक्षी दल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लगातार सवालों के बाण छोड़े जा रहे हैं। जिसकी विधिवत रूप से सबसे पहले शुरुआत सपा प्रमुख व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की। उन्होंने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।

इसके बाद ओवैसी ने ट्वीट कर संविधान की दुहाई दी। वहीं, आज उन्होंने बाकायदा इस पूरे मसले पर प्रेस कांफ्रेंस किया है, जिसमें योगी सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया है। उधर, कांग्रेस के राष्टीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी संविधान की दुहाई देकर योगी सरकार को आड़े हाथों लिया है। वहीं, मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, खुद देर राहत हुई बैठक में सीएम योगी ने अतीक अशरफ की हत्या को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने हर दो घंटे में प्रयागराज की सुरक्षा-व्यवस्था की रिपोर्ट पुलिस से तलब की। सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस सहित आरएएफ की टुकड़ियों को तैनात कर दिया गया है। पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। किसी भी स्थान पर लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगाई गई है। वहीं, सरकार की ओर से प्रदेश की जनता से लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की भी अपील की गई है। इसके बाद उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर कोई अफवाह फैलाते हुए चिन्हित किया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस पूरे मसले को लेकर सीएम योगी लगातार बैठक कर रहे हैं।

वहीं, जिस तरह से इस पूरे मसले को लेकर सियासी गलियारों से सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश के कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल दागे जा रहे हैं। उन सबके के बीच बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने एक ऐसा सनसनीखेज दावा कर दिया है, जिसके बाद सीएम योगी पर सवाल उठाने वाले विपक्षी दल खुद के बुने जाले में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल, मीडिया से बातचीत  के दौरान गिरिराज ने इस पूरे मामले को नया एंगल देते हुए कह दिया कि क्या अतीक विपक्ष का ही तो कोई राज नहीं खोलने वाला था। हालांकि, अब यह जांच के दायरे में है कि आखिर उसकी मौत क्यों और कैसे हुई। वहीं, अब गिरिराज के इस दावे के बाद सियासी गलियारों में माफिया के प्रति हमदर्दी जताने वाले विपक्षी दल खुद सवालों के घेरे में आ चुके हैं।

बता दें कि इससे पहले मुख्तार अंसारी के भाई ने भी आशंका व्यक्त की थी कि कहीं उसको मारने वाले आरोपियों का ही एनकाउंटर ना कर दिया जाए, ताकि उससे जुड़े सबूतों को मिटाया जा सकें। हालांकि, सरकार की तरफ से पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। शासन की ओर से जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामाले में शासन की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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