नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच में शुक्रवार (9 जून) को एक विवादास्पद मोड़ आया, जब पहलवान संगीता फोगाट को दिल्ली पुलिस ने इस अपराध स्थल की फिर रिक्रिएटिंग के लिए बीजेपी सांसद के आवास पर ले गई। इस पर प्रतिक्रिया में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने दिल्ली पुलिस की आलोचना की है और फोगाट को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
https://t.co/QWoCF0RSFj || क्राइम सीन रिक्रिएट करने संगीता फोगाट को बृजभूषण सिंह के घर लेकर पहुंची दिल्ली पुलिस#BrijBhushan #WrestlersProtest #CrimeScene #DelhiPolice #SangeetaPhogat @DelhiPolice pic.twitter.com/p3uUjepj5v
— Dainik Jagran (@JagranNews) June 9, 2023
टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले ने दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) के अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को तत्काल कार्रवाई करने के लिए आह्वान किया है। उन्होंने ऐसे मामले के तत्काल संज्ञान लेने और जांच की मांग की है। साथ ही, इस घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच की आवश्यकता को भी बताया किया गया है।
In a shocking attempt to intimidate & cause trauma to woman wrestler & sexual assault survivor Sangeeta Phogat, the @DelhiPolice took her to the residence of the accused BJP MP Brij Bhushan Sharan to “recreate the crime scene”.
This was done while Brij Bhushan Sharan has not… pic.twitter.com/0HmDH6sMpC
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) June 10, 2023
गोखले ने स्वाति मालीवाल को एक पत्र लिखकर कहा कि अपराध के दृश्य को फिर से रिक्रिएट करने के लिए एक यौन हमले के आरोपी के आवास पर जाना चौंकाने वाला है। टीएमसी नेता ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस ने इस कदर की कार्रवाई से शिकायतकर्ता के मन में डर पैदा करने और डराने की कोशिश की है।
टीएमसी प्रवक्ता ने कहा है कि यह कोई हत्या का मामला नहीं है, जिसके लिए ऐसी प्रक्रिया की जरूरत हो। दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई शिकायतकर्ता को डराने और मन में डर पैदा करेगी। रिपोर्टों के अनुसार, संगीता फोगाट को दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली में बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के आधिकारिक आवास पर यौन उत्पीड़न के आरोप से संबंधित क्राइम सीन को फिर रिक्रिएट करने के लिए ले गई है। बृजभूषण सिंह के आधिकारिक आवास में ही डब्ल्यूएफआई का कार्यालय भी स्थित है। फोगाट के साथ महिला कांस्टेबल भी मौजूद थीं।