नई दिल्ली। अभी भले ही धूप निकल रही हो, लेकिन ठंड में इजाफा हुआ है। अगले कुछ दिन में देश के कई राज्यों में मौसम बिगड़ सकता है। ये चेतावनी मौसम विभाग ने दी है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉक्टर नरेश ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के इलाके में पिछले कुछ दिनों में बारिश हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण इस इलाके में बारिश हुई। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में तापमान में करीब 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि 27-28 दिसंबर तक बंगाल की खाड़ी से भी हवाएं आएंगी। इससे मध्य भारत में हल्की बारिश होने के आसार हैं। उन्होंने बताया कि 27 दिसंबर को मध्य प्रदेश, पश्चिमी यूपी, हिमाचल प्रदेश और मध्य भारत में कई जगह ओले भी गिर सकते हैं।
#WATCH | Delhi: IMD scientist Dr Naresh says, “…Delhi-NCR received rain in the last few days due to the effect of western disturbance… We can expect a decline in the temperature by around 2 degrees Celcius. It is being estimated that by 27-28 December, winds will also come… pic.twitter.com/QbWuJMpW1O
— ANI (@ANI) December 25, 2024
पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ी राज्यों में लगातार बर्फबारी हो रही है। लद्दाख के कई इलाकों में तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले कई इलाकों में तापमान शून्य से 10 डिग्री नीचे दर्ज हो रहा है। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और अन्य इलाकों में भी बर्फबारी हो रही है। इससे सभी जगह तापमान शून्य से 4 से 5 डिग्री नीचे है। उत्तराखंड में भी कई जगह बर्फ गिर रही है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण इन सभी राज्यों में और बर्फ गिरने के आसार हैं। पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी होने पर मैदानी इलाकों में ठंड में इजाफा होता है। साथ ही ओले गिरने और बारिश के कारण भी हर साल ठंड बढ़ती है।
मौसम विभाग पहले ही बता चुका है कि इस साल ठंड काफी ज्यादा होगी। इसकी वजह ला नीना का प्रभाव है। ला नीना प्रभाव के सक्रिय होने से समुद्र की सतह का तापमान जमीन से कम हो जाता है। खासकर प्रशांत महासागर में ला नीना की स्थिति बनने से भारत में मौसम पर असर पड़ता है। ला नीना के प्रभाव के कारण ही इस साल मॉनसून के सीजन में औसत से ज्यादा बारिश का सिलसिला भी देखने को मिला था।