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पहली मेड इन इंडिया कॉमर्शियल फ्लाइट डोर्नियर-228 ने असम से अरूणाचल प्रदेश तक भरी उड़ान, जानें इसकी खूबियां

नई दिल्ली। यूं तो आजादी के सात दशकों के बाद सरकार ने अपने कृत्यसंकल्पों के दम पर हर क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय कदम से चौतरफा विकास की बयार बहाई है। अर्थव्यवस्था को भी नई उड़ान दी है। आम जन के हितों में भी बड़े कदम उठाए गए हैं, लेकिन यह जानकर हैरानी होती है कि आखिर कैसे कुछ क्षेत्रों को विकास के पथ पर अग्रसर कराने हेतु सरकार निष्क्रिय हो गई। निसंदेह यह विवेचना का विषय है, लेकिन अब विकास से अछूते रहे क्षेत्रों को विकास के पथ पर रफ्तार देने हेतु केंद्र की मोदी सरकार कई बड़े कदम उठा रही है। आज इसी कदम का नतीजा है कि देश में पहली मर्तबा भारत निर्मित कॉमर्शियल फ्लाइट डोर्नियर 228 ने उड़ान भरी है। पहली उड़ान के दौरान यह डिब्रूगढ़ से अरूणाचल प्रदेश की ओर चली। पासीघाट में इसका विधिवत रूप से स्वागत किया गया है। कल तक इस विमान का उपयोग महज सेना द्वारा किया जाता था, लेकिन अब माना जा रहा है कि बहुत जल्द ही इसे आम लोगों के लिए भी खोल दिया जाएगा। उधर, इस विमान के शुभारंभ के दौरान राज्यों के बीच कनेक्टीवीटी भी बढ़ेगी। आइए, आगे की रिपोर्ट में हम आपको इस फ्लाइट की विशेषताओं के बारे में बताते हैं।

जानिए, फ्लाइट की विशेषता …! 

  1. डोर्नियर -228 कई मायनों में अन्यत्र विमानों से अलग है। यह भौगोलिक परिस्थितियों में अनुकूल है। यह पहाड़ी इलाकों के रनवे पर भी उड़ान भर सकता है।
  2. यह अधिक तापमान वाली परिस्थितियों में भी उपयुक्त माना जा रहा है। इसे अधिक नमी और तपिश वाले जगह पर भी उपयोग किया जा सकता है।
  3. इसमें हाइड्रोलिक सिस्टम है। जिसके जरिए लैंडिंग गियर और नोज व्हील स्टिरियंग ऑपरेट की जाती है।

 जानिए इससे क्या होगा फायदा?

अब सवाल यह है कि इससे आगामी दिनों में किस तरह के फायदे होते हुए दिखेंगे। तो माना जा रहा है कि इससे राज्यों के बीच जुड़ाव की संभाल बढ़ेगी। उधर, यह छोटे रनवे में भी उड़ान भरने में सक्षम है।

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