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UK: न हरक और न हरीश, उत्तराखंड के लिए कांग्रेस के 53 उम्मीदवारों से दोनों नाम गायब

Harak Singh

नई दिल्ली। हरीश रावत और हरक सिंह रावत। ये दोनों उत्तराखंड की सियासत में बड़े चेहरे हैं, लेकिन कांग्रेस ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए 53 उम्मीदवारों की जो पहली लिस्ट जारी की है, उसमें न तो हरीश रावत का नाम है और न ही हरक सिंह रावत का। हरक सिंह की बहू अनुकृति गुसाईं को भी अब तक टिकट नहीं मिला है। इसे लेकर चर्चा का बाजार गर्म है कि कहीं कांग्रेस हरीश और हरक दोनों को ही टिकट देगी या नहीं। हालांकि, अनुकृति की पसंदीदा लैंसडाउन की सीट पर अभी किसी उम्मीदवार का एलान कांग्रेस ने नहीं किया है, लेकिन अब तक खुद और बहू का नाम लिस्ट में न आने से हरक सिंह निश्चित तौर पर चिंता में होंगे।

हरक सिंह रावत की बड़ी मुश्किल से दोबारा कांग्रेस में एंट्री हो सकी है। बहू और खुद के लिए टिकट की मांग और लगातार दबाव बनाने के कारण बीजेपी ने हरक को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था और उन्हें मंत्री पद से भी बर्खास्त कर दिया था। हरक इसके बाद कांग्रेस में जाने को हुए, तो हरीश रावत ने ये कहकर रोड़ा अटकाया था कि हरक ने ही उनकी सरकार गिराने में बड़ी भूमिका निभाई थी और उन्हें अब माफी मांगने पर ही कांग्रेस दोबारा ले। बाद में जैसे-तैसे हरक सिंह कांग्रेस में शामिल तो हो गए, लेकिन अब पार्टी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में न तो उनका नाम है और न ही बहू अनुकृति का। जाहिर है, हरक की टेंशन बढ़ी ही होगी।

कांग्रेस की ओर से नेता विपक्ष रहीं इंदिरा हृदयेश का निधन हो चुका है. कांग्रेस ने उनकी हलद्वानी सीट से बेटे सुमित को टिकट दिया है। कांग्रेस से पिछली बार जीते राजकुमार अब बीजेपी में जा चुके हैं। कांग्रेस ने पिछली बार जीत हासिल करने वाले सभी 9 विधायकों को फिर टिकट दिया है। बीजेपी से आए यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव को भी कांग्रेस ने उम्मीदवार बना दिया है। बीजेपी से आए मालचंद को भी कांग्रेस ने टिकट दिया है। जबकि, हरक सिंह का नाम अटका रखा है। सबकी नजर अब कांग्रेस की अगली लिस्ट पर है कि उसमें हरक, अनुकृति और हरीश रावत का नाम रहता है या नहीं।

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