नई दिल्ली। हरियाणा सरकार ने राज्य के गरीब पशुपालकों के लिए बड़ी सौगात देते हुए उन्हें आशियाना उपलब्ध करवाने की घोषणा की है। जिसके निर्माण का जिम्मा हरियाणा सरकार उठाएगी। इस घोषणा के बाद से गरीब लोगों के पशुओं को दिसंबर की सर्द हवाओं और जून के लू के थपेड़ों से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। बता दें कि अब हर जरूरतमंद के घर में उसके पशुओं के लिए भी एक शेड होगा।
हालांकि इस शेड को पाने के लिए शर्त ये होगी कि, पशुपालक का नाम बीपीएल कार्ड में होना चाहिए। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गरीबों के पशुधन की रक्षा के लिए पहल करते हुए मनरेगा स्कीम के तहत मुफ्त में पशु शेड बनाने का निर्णय लिया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के संज्ञान में आया कि प्रदेश में हजारों पशुपालक ऐसे हैं जिनके घरों में धन के अभाव में पशुओं को बांधने के लिए शेड तक नहीं है और उन्हें मजबूरन हर मौसम में अपने पशुओं को खुले आसामान में रखना पड़ता है। इसके कारण प्रत्येक वर्ष हजारों पशु लू, सर्द हवाओं, ओलों आदि से बीमार पड़ जाते हैं और सैकड़ों पशुओं की जान चली जाती है।
गरीब पशुपालक पर यकायक आर्थिक बोझ बढ़ जाता है। डिप्टी सीएम ने ऐसे पशुपालकों को ग्रामीण विकास विभाग की ओर से मनरेगा के तहत प्रदेशभर में निशुल्क शेड बना कर देने की योजना बनाई है।
बकौल डिप्टी सीएम, हरियाणा कृषि व्यवसाय के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में है, राज्य सरकार चाहती है कि कृषि जोत छोटी होने कारण लोग पशुपालन का व्यवसाय भी कृषि के साथ-साथ करें ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके। इसी के मद्देनजर सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग, विधवा, महिला-प्रमुख घर, बीपीएल तथा छोटी जोत वाले किसानों को वरियता के अनुसार उनके पशुओं के लिए मुफ्त पशु शेड उपलब्ध करवाने जा रही है। ये सभी पशु शेड मनरेगा स्कीम के तहत बनेंगे और एक शेड पर करीबन 58 हजार रूपये खर्च आएगा।