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Hathrash Uttar pradesh: हाथरस कांडः हुआ बड़ा खुलासा, पूरे मामले में टीवी पत्रकार कर रहे थे यूपी में माहौल खराब करने की कोशिश, ऑडियो वायरल

Hathras Police

नई दिल्ली। हाथरस में हुए कांड पर सियासत रूक नहीं पा रही। एक-एक कर राजनीतिक दल वहां पहुंचने की जुगत में लगे हुए हैं। पुलिस ने पूरे इलाके में धारा 144 लगा रखी है। मीडियाकर्मियों को भी गांव में प्रवेश की अनुमति नहीं हैं। ऐसे में कल इस पूरे मामले पर सरकार के खिलाफ विरोध करने के लिए और पीड़ित के परिवार से मिलने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गए तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और वापस उन्हें दिल्ली की सीमा में लाकर छोड़ा गया। वहीं इस मामले में आज विरोध प्रदर्शन करने सपा के नेता सड़क पर उतरे तो पुलिस की उनके साथ भी झड़प हो गई। पुलिस के साथ टीएमसी सांसदों की झड़प की भी सूचना है जब वह हाथरस में जाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इस पूरे मामले में एक बेहद चौंकानेवाला खुलासा हुआ है। इस पूरे मामले में जो माहौल खराब हुआ है और सरकार को बदनाम करने की जो कोशिश चल रही है इसमें मीडिया के लोगों की भी भूमिका बड़ी अहम है। एक साथ इस मामले में कई ऑडियो वायरल हो गए हैं जिसने इस पूरे मामले से पर्दा उटा दिया है। एक टीवी चैनल की रिपोर्टर तो इस बार परिवार के लोगों के लिए ट्यूटर बनकर आ गईं। एक ऑडियो में वह परिवार के लोगों को क्या बोलना है कैसे बोलना है यह तक बताती सुनी जा सकती हैं। इस ऑडियो बातचीत में है तो वैसे बहुत कुछ लेकिन इतना जरूर समझ में आता है कि इस पूरे ऑडियो के जरिए सरकार को प्रशासन को बदनाम करने के लिए कैसे राजनेताओं के साथ मिलकर पत्रकारों ने पूरी कहानी रच डाली। ऑडियो में साफ सुना जा सकता है कि मृत लड़की के चचेरे भाई को कैसे एक महिला पत्रकार यह कह रही है कि प्रशासन के खिलाफ गुस्से वाला एक ऑडियो या वीडियो जिसमें पीड़िता के पिता की आवाज हो जल्दी बनवाकर दो जिसे जल्दी से जल्दी प्रियंका गांधी को भेजना है।


इस पूरे ऑडियो बातचीत में एक बड़े चैनल की महिला पत्रकार साफ तौर पर पीड़िता के चचेरे भाई संदीप को इस बात के लिए तैयार कर रही है कि वह पीड़िता के पिता से यह बयान देते हुए वीडियो बनाए की वह सरकार से असंतुष्ट है और उसपर प्रशासन की तरफ से दबाव डाला जा रहा है। वह साफ तौर पर संदीप से यह कहते सुनी जा सकती हैं कि तुमलोगों ने एक वीडियो प्रियंका गांधी को जो बनवाकर दिया था वह उसे ट्वीट कर चुकी हैं और वह सब जगह चल गया है। इसके बाद वह महिला पत्रकार बिल्कुल गुहार लगाने वाले लहजे में पीड़िता के चचेरे भाई संदीप से कहती है कि प्लीज संदीप किसी तरह से एक वीडियो सीधे मुझे बनवाकर उसके पिताजी के बयान वाला भेज दो जिसमें वह कह रहे हों कि मेरे ऊपर बहुत प्रेशर है, मुझे प्रशासन के द्वारा प्रेशर देकर कहा गया बयान देने को कि मैं सतुष्ट हूं जबकि मैं इस मामले से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हूं। इसके बाद पीड़िता का भाई संदीप भी कहता है कि हां मैडम मैं ये करवाकर आपको देता हूं।

इस पूरे मामले में बोलते हुए रिपोर्टर यह तक कह देती है कि मेडिकल रिपोर्ट, फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गैंगरेप नहीं आया है। ये सारे रिपोर्ट बहुत साइंटिफिक हैं इसमें हर तरह की जांच होती है ऐसे में अब सबकुछ तुमलोगों के ऊपर हैं क्योंकि सब तुम लोगों से ही पूछेंगे। वह यहां तक कह देती हैं कि ये सारा मामला तुमलोगों के ऊपर मतलब परिवार के ऊपर डालने की कोशिश कर रहे हैं। वह तो तुमलोगों को मतलब पीड़िता के पूरे परिवार पर ही यह मामला डालना चाहते हैं। पुलिस तो इस जुगत में है कि वह यह डाल दे कि उनके भाईयों ने ही उस लड़की को मार दिया। फिर पत्रकार कहती है कि मैं तो पहले से ही तुमलोगों के साथ खड़ी रही हूं। ध्यान देनेवाली बात यह है कि यह वही रिपोर्टर है जो जेएनयू में नक्सल समर्थकों को एक खास किस्म का भड़काऊ बयान ठीक इसी तरह से रट्टा लगवा रही थीं उस समय उनका एक वीडियो इसको लेकर वायरल हो गया था।

 

हाथरस मामले में एक तरफ से यह प्रचारित करने की कोशिश की गई कि पीड़िता के साथ गैंगरेप किया गया उसकी आंख फोड़ दी और जीभ काट दी गई। जबकि आंख फोड़ने और जीभ काटने का तथ्य बिल्कुल गलत निकला ऐसा कुछ हुआ ही नहीं था। वहीं मेडिकल रिपोर्ट, फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी इस बात को गलत साबित कर दिया की पीड़िता के साथ गैंगरेप भी नहीं हुआ था।

वहीं इस पूरे मामले में एक और ऑडियो वायरल हो गया है जिसमें परिवार के लोग खासकर संदीप की बातचीत सामने आ रही है जिसमें कहते हुए सुना जा रहा है कि वह बड़ी पत्रकार है बरखा दत्त वह अभी तुमसे बात करेगी वही जिसने एम्स के बाहर तुमसे बात की थी। वहीं इस पूरे मामले में राजनीति और पत्रकारों के साठगांठ से तैयार किए गए पूरे मामले के बू तब आती है जब एक ऑडियो पैसे की लेनदेन का वायरल होता है जिसमें 25 लाख 50 लाख की लेनदेन की बात परिवार वाले कर रहे हैं और इसके साथ ही इस पूरी बातचीत में राहुल गांधी और मनीष सिसोदिया के गांव आने की भी जिक्र होता है।

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