मंडी। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की संजौली मस्जिद का विवाद खड़ा होने के बाद अब राज्य के मंडी में अवैध मस्जिद मामले में नया मोड़ आया है। हिंदुओं ने दावा किया है कि मंडी की मस्जिद की जगह पहले मंदिर था। उन्होंने पुरातत्व विभाग के मस्जिद के भीतर खोदाई की मांग की है। वहीं, पीडब्ल्यूडी ने मंडी की मस्जिद के बाहर की सुरक्षा दीवार और शौचालय को गिरा दिया है। मस्जिद की सुरक्षा दीवार और शौचालय पीडब्ल्यूडी की जमीन पर बनाए गए थे।
शिमला की संजौली मस्जिद का मुद्दा गर्माने के साथ ही मंडी की मस्जिद के अवैध निर्माण पर भी माहौल गर्म हुआ था। बीते दिनों मंडी में हिंदू समुदाय ने जेल रोड स्थित मस्जिद को अवैध बताते हुए इसे गिराने की मांग कर प्रदर्शन किया था। अब मंडी के कुछ प्रबुद्धजनों ने डीएम अपूर्व देवगन से मुलाकात कर मस्जिद के भीतर खोदाई की मांग की है। उनका दावा है कि मंडी के बुजुर्ग भी कहते हैं कि जेल रोड पर जहां मस्जिद बन रही है, वहां पहले शिव मंदिर हुआ करता था। इन प्रबुद्धजनों ने डीएम से मांग की है कि इस जानकारी के सामने आने के बाद पुरातत्व विभाग से मस्जिद में खोदाई कराई जाए। उनका दावा है कि पुरातत्व विभाग खोदाई करे, तो वहां प्राचीन मंदिर के अवशेष मिल सकते हैं।
दूसरी तरफ आयुक्त कोर्ट ने मंडी की जेल रोड स्थित मस्जिद का अवैध निर्माण 30 दिन में गिराने का जो आदेश दिया है, उसे मुस्लिम पक्ष कोर्ट में चुनौती देने वाला है। आयुक्त कोर्ट ने 13 सितंबर को मस्जिद का अवैध निर्माण गिराकर पुरानी स्थिति बहाल करने का आदेश दिया था। मुस्लिम पक्ष इस मामले में सरकार से रिटायर किसी आर्किटेक्ट से मस्जिद का फिर नक्शा बनवा रहा है। मुस्लिम पक्ष के हवाले से हिंदी अखबार दैनिक जागरण ने खबर दी है कि नया नक्शा बनने के बाद मस्जिद के अवैध निर्माण में बदलाव या उसे गिराने के बारे में मुस्लिम पक्ष फैसला लेगा। इससे पहले शिमला की संजौली मस्जिद का मसला गर्माने के बाद मस्जिद कमेटी ने प्रस्ताव दिया था कि वो अवैध निर्माण गिरा देगी।