शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण का आरोप लगाकर हिंदूवादी संगठनों ने आज विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया है। ऐसे में बड़ी तादाद में संजौली इलाके में पुलिस की तैनाती की गई है। संजौली की मस्जिद की तरफ जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग भी की गई है। शिमला पुलिस ने मंगलवार की रात को भी संजौली इलाके में फ्लैग मार्च किया था। पुलिस ने कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। शिमला में किसी भी प्रदर्शन को रोकने के लिए बीएनएस की धारा 163 लागू की गई है। हिंदूवादी संगठनों की गतिविधि पर भी पुलिस की नजर है। संजौली में बनी नई सुरंग से वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है।
#WATCH | Shimla, Himachal Pradesh: Heavy police deployed at the Dhalli Tunnel East portal in view of the protests against the alleged construction issue of Sanjauli mosque pic.twitter.com/OvxJAKMq32
— ANI (@ANI) September 11, 2024
#WATCH | Himachal Pradesh: On protests in Sanjauli today, Shimla SP Sanjeev Kumar says, “… We have invoked the procedures under BNSS 163. Life is normal and people are going to their schools and offices. Police have been deployed as a precaution… We are also carrying out… pic.twitter.com/wb7qgtytve
— ANI (@ANI) September 11, 2024
इस मामले में राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आ रही है। सुनिए बीजेपी और सत्तारूढ़ कांग्रेस की तरफ से संंजौली मस्जिद विवाद में क्या कहा गया है।
#WATCH | Shimla: On the alleged construction issue of Sanjauli mosque, Leader of Opposition in Himachal Pradesh Assembly Jairam Thakur says, “Himachal is a peaceful state and there has never been a tension related to any community but the situation is moving in that direction.… pic.twitter.com/nfiiErTLpR
— ANI (@ANI) September 11, 2024
#WATCH | Himachal Pradesh: On protests in Sanjauli today, Congress MLA Harish Janartha says, “… Shimla is a peaceful and tourist-oriented station… Children are studying in schools and colleges. It shouldn’t send across a wrong message. It is important that this issue is… pic.twitter.com/vamJXKp70b
— ANI (@ANI) September 11, 2024
इससे पहले जिला प्रशासन ने हिंदूवादी संगठनों के साथ करीब 2 घंटे तक बैठक कर संजौली की मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन को खत्म कराने की कोशिश की थी, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। इसके बाद ही बड़े पैमाने पर पुलिस तैनात कर शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की जा रही है। हिंदूवादी संगठनों ने साफ कर दिया है कि शिमला के संजौली में मस्जिद को अवैध तरीके से बनाया गया है और इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन होकर रहेगा। हिंदूवादी संगठन इस बात पर अड़े हैं कि मस्जिद में अवैध निर्माण को गिराया जाए। प्रदर्शन का एलान हिमाचल देवभूमि संघर्ष समिति, हिंदू संघर्ष समिति और सिविल सोसायटी ने की है।
शिमला के संजौली स्थित मस्जिद में अवैध निर्माण के खिलाफ खुद सत्तारूढ़ कांग्रेस के मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी आवाज उठा चुके हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा में अनिरुद्ध सिंह ने मांग की थी कि संजौली की मस्जिद का अवैध निर्माण गिराया जाए। संजौली की मस्जिद में अवैध निर्माण के संबंध में साल 2010 से अब तक 44 बार सुनवाई हुई, लेकिन इस दौरान मस्जिद को 5 मंजिला बना लिया गया। वहीं, स्थानीय लोगों का ये भी आरोप है कि बाहर से आकर मुस्लिम यहां जमीन कब्जा कर रहे हैं और शिमला की डेमोग्राफी इससे बदल रही है। हिमाचल वक्फ बोर्ड ने भी मस्जिद में निर्माण को अवैध बताया है।