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Chandigarh: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे IAS संजय पोपली के बेटे ने खुद को गोली मारकर की खुदकुशी, मां ने विजिलेंस टीम पर लगाया ये गंभीर आरोप

नई दिल्ली। अमूमन, जांच एसेंजियों पर पूछताछ के दौरान आरोपियों को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। निश्चित तौर पर इस तरह के आरोप गंभीर हैं और अपनी शुचिता को बरकरार रखने हेतु केंद्रीय एजेंसियों के लिए खुद को इन आरोपों से दूर रखना अनिवार्य है, अन्यथा इनकी विश्वनीयता पर प्रश्च चिन्ह खड़े हो जाएंगे, लेकिन बीते कुछ दिनों के घटनाक्रम के दृष्टिगत लगता नहीं है कि जांच एजेंसियां खुद को इन आरोपों से दूर रखने में सफल हो पा रही है। दरअसल, एक ऐसा ही आरोप भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार आईएएस अधिकारी संजय पोपली की पत्नी ने विजिलेंस टीम पर लगाया है। आइए, आपको इस रिपोर्ट में पूरे मामले के बारे में विस्तार से बताते हैं।

 जानिए पूरा मामला

दरअसल, भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त आईएएस अधिकारी संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली चंडीगढ़ स्थित अपने आवास में मृत पाए गए। कथित तौर पर कार्तिक ने गोली मारकर खुदकुशी की है। मौके पर पहुंची पुलिस के मुताबिक, कार्तिक के सिर पर गोली लगी है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के उपरांत जांच शुरू कर चुकी है, लेकिन कार्तिक की मां ने इस पूरे मामले में विजिलेंस की टीम पर गंभीर आरोप लगाकर नए पहलू को जन्म दे दिया है। उन्होंने कहा कि विजिलेंस के कर्मियों ने उनके बेटे को प्रताड़ित किया है। इतना ही नहीं, विजिलेंस कर्मियों ने ही मेरे बेट को गोली मारी है। मुझे हैरानी होती है  यह जानकर कि जब ये लोग हमारे साथ ऐसा कर रहे हैं, तो आम लोगों के साथ कैसा करते होंगे। उन्होंने विजिलेंस के टीम पर अपने बेटे से लगातार 12 घंटे तक पूछताछ करने का आरोप लगाया है, जिसमें उन्होंने कहा कि विजिलेंस कर्मियों ने उनके बेटे के सिर पर पिस्तल भी तान रखी थी। उसे धक्का भी मारा था। उन्होंने डीएसपी गोयल पर भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। अब जांच के उपरांत क्या कुछ  सच्चाई निकलकर सामने आती है। देखना होगा।  बता दें कि कार्तिक यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। वो लॉ का स्टूडेंट था। कुछ दिनों पहले ही उसकी शादी हुई थी।

वहीं, अगर बात आईएएस अधिकारी संजय पोपली पर लगे आरोपों की बात करें, तो उन पर आरोप हैं कि उन्होंने ठेकेदारों से रिश्वत मांगे थे। जिसे संज्ञान में लेने के उपरांत विजिलेंस टीम ने चंडीगढ़ स्थित आवास से उन्हें गिरफ्तार किया था। बता दें कि एंटी करप्शन को शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस की टीम हरकत में आई थी। दरअसल, एंटी करप्शन को मिली शिकायत में कहा गया था कि, केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई योजना में 7 करोड़ की सीवरेज परियोजना में संजय 1 प्रतिशत का कमीशन मांग रहे थे। विजिलेंस ने दावा किया कि पोपली ठेकेदार से शेष 3.5 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने फोन कॉल रिकॉर्ड किया और भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई। लेकिन, जिस तरह के आरोप वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की पत्नी ने लगाए हैं, उसने इस पूरे मामले को नया पहलू दे दिया है। अब ऐसे में यह पूरा मामला क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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