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By-Election Results 2022: गोला गोकर्णनाथ सीट पर BJP-SP के बीच था कड़ा मुकाबला, जानिए किसके सिर बंधा जीत का सेहरा

bjp and sp

नई दिल्ली। सियासी पंडित उपचुनाव के नतीजों को विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिहाज से कार्बन कॉपी बताते हैं। सियासी विश्लेषकों का मानना है कि उपचुनाव के नतीजे अगर किसी भी पार्टी के पक्ष में आते हैं, तो उसे खुश होने की दरकार है। अब अगर यह बात सही है तो उत्तर प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं को खुशी से फूले नहीं समाना चाहिए। आपको बता दें कि लखमीपुर खीरी के गोला गोकार्णनाथ सीट पर बीते दिनों उपचुनाव हुए थे। बीजेपी ने इस सीट पर अमन गिरी को मैदान में उतारा था, तो वहीं समाजवादी पार्टी ने विनय तिवारी को मैदान में उतारा था। सियासी पंडितों का मानाना है कि आगामी दिनों में दोनों ही प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।

 

वहीं, अब गोला गोकर्णनाथ सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं, जिसमें बीजेपी प्रत्याशी अमन गिरी बाजी मारने में सफल रहे हैं। बीजेपी प्रत्याशी अमन गिरी को 1 लाख 20 हजार मत मिले हैं, तो सपा प्रत्य़ाशी विनय तिवारी को 82 हजार मिल थे। बता दें कि अमन गिरी से पहले उनके पिता अरविंद गिरी इस सीट पर विधायक थे। उनके निधन के बाद यह सीट रिक्त हो गई थी, जिस पर बाद में अरविंद गिरी को चुनावी मैदान में उतारा गया था। जिसके बाद हुए उपचुनाव में अब उनके बेटे अमन गिरी ने जीत का पताका फहराया है। बता दें कि उनके पिता अरविंद गिरी का निधन विगत 6 सितंबर को हुआ था। इस सीट पर विगत 6 नवंबर को मतदान हुआ था। जिसके नतीजे अब सामने आ चुके हैं और एक बार फिर से बीजेपी का डंका बज चुका है। अब ऐसी स्थिति में इस पर सियासी स्थिति आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

सीएम योगी ने भी किया ट्वीट

आपको बता दें कि लखीमपुरी खीरी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अमन गिरी की जीत के बाद सीएम योगी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘उ.प्र. की गोला गोकर्णनाथ विधान सभा सीट पर उप चुनाव में @BJP4UP की विराट विजय की सभी कर्मठ कार्यकर्ताओं एवं सम्मानित मतदाताओं को हार्दिक बधाई! यह शानदार जीत डबल इंजन की भाजपा सरकार की लोक-कल्याणकारी नीतियों के प्रति अटूट जन-विश्वास का प्रतीक है। आभार गोला गोकर्णनाथ वासियो! इसके साथ ही इस सीट पर मिली सपा को करारी हार पर सियासी पंडितों का मानना है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव की निष्क्रियता की वजह से उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है।

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