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Civil Judge Result 2022: हरियाणा में एक ही जिले की 4 बेटियों ने जज बन रचा इतिहास, पिता की मौत के बाद भी रची हौसले की मिसाल

Haryana Civil Judge Result 2022

नई दिल्ली। कहते हैं अगर आपके हौसले बुलंद हो तो आपको कोई भी मुश्किल हरा नहीं सकती, बल्कि मुश्किलें भी आपके जोश को और बढ़ाने में मदद करती है। अपनी मुश्किलों को अपनी ताकत बनाकर लोगों के बीच हौसले की मिसाल रचने का ऐसा ही एक मामला हरियाणा से सामने आया है। यहां हरियाणा में एक ही जिले की 4 बेटियों ने जज (haryana Civil Judge Result 2022) बन इतिहास रच दिया। प्रदेश का मान बढ़ाने वाली इन चार बेटियों में ऐलनाबाद के अमृतसर खुर्द गांव की रहने वाली जसप्रीत कौर, गांव मौजदीन की रहने वाली रेनू बाला, डबवाली के गांव चौटाला की संतोष और सिरसा कोर्ट कॉलोनी की रहने वाली जैस्मीन प्रीत कौर शामिल हैं।

चारों बेटियों के इस शानदार प्रदर्शन के बाद से उनके घर-परिवार, रिश्तेदारों के साथ ही गांवों में भी खुशी की लहर है। बच्चियों को लगातार इस मौके पर बधाई मिल रही है। सिविल जज की परीक्षा पास करने वाली बेटियों में शामिल रेनू बाला ने तो इस सफलता के बाद न सिर्फ अपने प्रदेश और घर वालों का सिर गर्व से ऊँचा किया है बल्कि उन लोगों में भी हौसला भरने का काम किया है जो किसी न किसी गम या सदमे की वजह से जिंदगी जीने की चाह खो चुके हैं।

पिता को खोने के बाद भी नहीं मानी हार

सिविल जज की परीक्षा पास करने वाली रेनू की मां गुरमीत कौर भी अपनी बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं। अपने परिवार के बारे में बताते हुए मां गुरमीत कौर ने कहा कि उनके तीन बच्चे हैं। एक रेनू से बड़ा भाई है और रेनू से छोटा भाई है। गुरमीत कौर ने कहा कि उन्हें बच्चे काफी छोटे थे जब उनके पति की मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद चीजें बिगड़ गई। वो मुसीबत में आ गई थी। ऐसे में उनका भाई उनके लिए सहारा बना और बेटी रेनू को पढ़ाई के लिए अपने साथ ले गया। पिता की मौत के बाद रेनू के मामा ने ही गांव के स्कूल से लेकर और चंडीगढ़ तक की पढ़ाई करवाई। अब उनकी बेटी ने इस मुकाम को हासिल किया है।

कॉलेज के दूसरे साल से ही शुरू कर दी थी तैयारी

ऐलनाबाद निवासी जसप्रीत कौर ने अपनी इस सफलता के बारे में बताते हुए कहा कि उन्होंने कॉलेज के दूसरे साल से ही सिविल जज की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। कोरोना काल में जब सब कुछ बंद था तो रेनू ने उस समय खुद की पढ़ाई को अहमियत देते हुए सेल्फ स्टडी की। आज उनकी इस लगन का नतीजा सबके सामने हैं।

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