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Uttar Pradesh: कोरोना काल में भी सीएम योगी के फैसलों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था ने पकड़ी रफ्तार

Yogi

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बड़े फैसलों से यूपी की अर्थव्यवस्था ने नई उड़ान भर ली है। कोरोना से निपटने के साथ ही आर्थिक मोर्चे पर भी योगी सरकार ने जबरदस्त सफलता हासिल की है। महामारी के दौर में भी राज्य सरकार ने प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने में सफल रही। वित्तीय वर्ष पूरा होने से करीब दो महीने पहले ही योगी सरकार ने 92 फीसदी राजस्व का लक्ष्य हासिल कर लिया है।

कोरोना को काबू करने की चाक-चौबंद व्यवस्था के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्योग, व्यापार, कृषि और सरकारी योजनाओं को गतिमान रखने का जो बड़ा फैसला लिया था उसका असर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था और सरकार के राजस्व पर साफ दिख रहा है। वित्त विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी 2020 के मुकाबले जनवरी 2021 में प्रदेश सरकार के प्रमुख कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में 2,796 करोड़ से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है।

प्रमुख कर-करेत्तर राजस्व वाले मदों में वित्तीय वर्ष 2020-21 के जनवरी माह में कुल 12,717.98 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ जबकि वर्ष 2019-20 की जनवरी में कुल 9,921.98 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ था। इसके साथ ही जनवरी 2021 में कर-करेत्तर राजस्व के प्रमुख मदों में 2.796.00 करोड़ का अधिक राजस्व सरकार ने प्राप्त किया है।

जीएसटी मद की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2020-21 जनवरी में कुल 4,291.07 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ जबकि वर्ष 2019-20 के जनवरी माह में 4,166.63 करोड़ का राजस्व प्राप्ता हुआ था।

जनवरी, 2021 में 2.235,00 करोड़ वैट प्राप्त हुआ जबकि जनवरी, 2020 में 1.788.53 करोड़ रुपये वैट मिला था। आबकारी के मद में वित्तीय वर्ष 2020-21 के जनवरी में 3.472.43 करोड़ का राजस्व मिला जबकि 2019-20 के जनवरी में ये आंकड़ा 1.694.04 करोड़ था। स्टाम्प और निबन्धन में जनवरी, 2021 की कुल प्राप्ति 1,747.25 करोड़ है। जनवरी, 2020 में इस मद में 1,400.90 करोड़ रुपये राजस्व सरकार को मिला था। भूतत्व एवं खनिकर्म में जनवरी 2021 में 353.71 करोड़ का राजस्व मिला जबकि जनवरी, 2020 में यह आंकड़ा 235.20 करोड़ था।

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