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Covid19 Patients In India: भारत में और बढ़े कोरोना के मरीज, 11 लोगों ने अब तक जान भी गंवाई

Covid19 Patients In India: कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह जेएन.1 वैरिएंट है। जेएन.1 वैरिएंट जो ओमिक्रॉन बीए.2.86 वैरिएंट से ही निकला है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार जेएन.1 वैरिएंट में लगभग 30 म्यूटेशन हैं और उनमें से हाल ही में रिपोर्ट किए गए मामलों में 2 सबसे कॉमन वैरिएंट एलएफ.7 और एनबी.1.8 हैं। जेएन.1 वैरिएंट ज्यादा तेजी से फैल सकता है क्योंकि इस वेरिएंट में स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन हुआ है।

Corona virus

नई दिल्ली। देश में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। देश में बुधवार सुबह तक कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 1047 हो गई है। हर दिन राज्यों से नए कोविड-19 वायरस के मरीज मिल रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक यूपी में कोरोना के 10 नए मरीज मिले हैं। वहीं, महाराष्ट्र में भी 66 नए कोविड-19 मरीज पाए गए हैं। इनमें से 31 मरीज मुंबई के हैं। जिसके बाद मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों के लिए 15 बेड वाला अलग वार्ड भी बनाया गया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 325 हो गई है। वहीं, कोरोना से अब तक 11 लोगों की जान भी जा चुकी है। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने 26 मई को बताया था कि देश में 1010 कोरोना मरीज हैं।

यूपी में 10 नए कोरोना मरीज मिलने के साथ ही प्रदेश में कोविड-19 के कुल मरीजों की संख्या 14 हो गई है। इनमें से 1 मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूपी के गाजियाबाद में 4 महीने का बच्चा भी कोरोना का मरीज है। यूपी सरकार ने प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था करने के वास्ते अलर्ट कर रखा है। राजस्थान में भी कोरोना के 7 नए मामले दर्ज किए गए हैं। यहां भी एक नवजात बच्चा कोविड-19 वायरस की चपेट में आया है। इससे पहले दिल्ली, कर्नाटक और केरल में भी काफी तादाद में कोरोना के मरीज मिले थे। इन राज्यों में ताजा कोविड-19 मरीजों के बारे में खबर लिखे जाने तक सूचना नहीं मिल सकी थी। हालांकि, कोरोना डरा जरूर रहा है, लेकिन अब तक इसके खतरनाक होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। जिन लोगों की मौत हुई है, वो भी पहले से ही किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।

कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह जेएन.1 वैरिएंट है। जेएन.1 वैरिएंट जो ओमिक्रॉन बीए.2.86 वैरिएंट से ही निकला है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार जेएन.1 वैरिएंट में लगभग 30 म्यूटेशन हैं और उनमें से हाल ही में रिपोर्ट किए गए मामलों में 2 सबसे कॉमन वैरिएंट एलएफ.7 और एनबी.1.8 हैं। जेएन.1 वैरिएंट ज्यादा तेजी से फैल सकता है क्योंकि इस वेरिएंट में स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन हुआ है। जेएन.1 वैरिएंट के कारण गले में खराश, नाक से पानी आना, हल्का बुखार, थकान और खांसी जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं। कुछ मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि खाने का स्वाद या सूंघने की शक्ति चली जाती है। भारत में कोविड के जेएन.1 वैरिएंट के अलावा दो नए सब वैरिएंट एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 के भी मरीज मिले हैं।

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