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Corona Vaccine: मित्र देशों की मदद के लिए हमेशा तैयार भारत, मॉरीशस, फिलीपींस, म्यांमार को फ्री में मिलेंगी 8 लाख Covaxin

Harshvardhn Covaxin

नई दिल्ली। देश में कोरोना टीकाकरण का अभियान 16 जनवरी से प्रारंभ हो चुका है। बता दें कि भारत में दो वैक्सीन कोविशील्ड (Covishied) और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन(COVAXIN) के आपातकाली इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है। ऐसे में भारत सरकार ने भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की ‘कोवैक्सीन’ के 45 लाख अतिरिक्त खुराक तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार द्वारा दिए दिए 45 लाख खुराकों के ऑर्डर में से आठ लाख से अधिक खुराक मॉरीशस, फिलीपींस और म्यांमा जैसे मित्र देशों को सद्भावना के तौर पर नि:शुल्क दी जाएंगी। इसको लेकर समाचार एजेंसी ‘पीटीआई भाषा’ ने जानकारी दी है कि, ‘‘भारत बायोटेक को कोवैक्सीन की अतिरिक्त 45 लाख खुराकों की आपूर्ति के लिए हाल ही में आशय पत्र दिया गया है।’’ फिलहाल इन खुराकों की आपूर्ति मंत्रालय द्वारा कंपनी को ऑर्डर देने पर होगा।

सूत्रों ने कहा कि भारत बायोटेक ने सरकार से मिले 55 लाख खुराकों के ऑर्डर के बाद टीकों (हर शीशी में 20 खुराक) का पहला बैच गन्नवरम (विजयवाड़ा), गुवाहाटी, पटना, दिल्ली, कुरुक्षेत्र, बेंगलुरु, पुणे, भुवनेश्वर, जयपुर, चेन्नई और लखनऊ भेजा था। भारत बायोटेक ने कहा कि उसने भारत सरकार को 16.5 लाख खुराक दान की हैं। सूत्रों ने बताया कि सरकार के ऑर्डर पर ही कंपनी की ओर से आपूर्ति निर्भर करती हैं।

कोवैक्सीन निर्माता कम्पनी भारत बायोटेक की तरफ से एक फैक्टशीट जारी की गई। जिसमें कंपनी द्वारा बताया गया है कि इस वैक्सीन को किसे लेना चाहिए और किसे नहीं। कंपनी अपनी इस शीट में पर बताया है कि आखिर ये वैक्सीन किसके लिए सुरक्षित है। भारत बायोटेक ने इस वैक्सीन को लेकर कहा है कि, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है या वे ऐसी दवा पर होते हैं जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करते हैं। या फिर एलर्जी वाले लोगों को कोवाक्सिन शॉट नहीं लेना चाहिए।

यह चेतावनी कोविड के खिलाफ सामूहिक टीकाकरण शुरू करने के दो दिन बाद भारत बायोटेक ने दी है। वहीं इस चेतावनी के से पहले, सरकार ने कहा था कि जो मरीज इम्युनो सप्रेसेंट पर हैं या प्रतिरक्षा की कमी से पीड़ित हैं वे वैक्सीन ले सकते हैं लेकिन यह वैक्सीन ऐसे व्यक्तियों में अधिक प्रभावी नहीं होगी। आमतौर पर कैंसर के मरीज जो कीमोथेरेपी करवा रहे हों या एचआईवी पॉजिटिव हों या फिर स्टेरॉयड पर होते हैं, उन्हें इम्युनिटी हासिल करने में समय लग सकता है।

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